पलवल 22 जून (आवाज केसरी) प्रदेश वासियों के लिए अतिआवश्यक सेवा प्रदान करने वाले हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी कोरोना काल में अपनी सुरक्षा और सेहत के आवश्यक साजो सामान के बिना ही अपने कर्तव्य का निर्वहन करने को मजबूर हैं | जिसके चलते पलवल डिपो का एक परिचालक कोरोना से संक्रमित भी हो चुका है| लेकिन फिर भी विभाग चेतने का नाम नहीं ले रहा है |कर्मचारियों की माने तो विभाग द्वारा चालक- परिचालकों को ना तो मास्क दिए जा रहे हैं और ना ही हेंड सेनिटाईजर | यही नही संक्रमित परिचालक जिस कमरे में किराए पर रहता था उसके साथ आठ-दस अन्य विभागीय कर्मचारी भी रहा करते थे उनको ना तो क्वारेंटाइन किया गया और ना ही उनका कोविड 19 टेस्ट कराया गया है |

पलवल डिपो में काम करने वाले कंडक्टर /परिचालक तथा ड्राईवर /चालको में अपने विभागीय अधिकारियों के प्रति काफी नाराजगी देखी जा रही है | जिसका सबसे बड़ा कारण है विश्व्यापी महामारी कोरोना कोविड 19 जिसे राष्ट्रीय आपदा घोषित किया हुआ है | कर्मचारियों का कहना है की लॉक –डाउन समाप्त किये जाने के बाद जब से ( 8 मई 2020) उन्हें काम पर बुलाया गया | उन्हें कोरोना से बचने के लिए ना तो ग्लब्ज दिए गये ना ही मास्क दिए गये और ना ही हेंड सेनिटाईजर उपलब्ध कराए गये | जिसके कारण वह कोरोना के डर के साये में काम / ड्यूटी करने के लिए मजबूर हैं |

चालक दीपक डी 162 का कहना है की विभागीय लापरवाही के कारण ही जींद निवासी परिचालक आजाद सिंह सी 271 को कोरोना हो चुका है | उसके बाद भी विभाग सोया हुआ है ना तो किसी को हेंड सेनिटाईजर आदि दिए जा रहे हैं और ही संक्रमण का शिकार हुए परिचालक आजाद सिंह के साथ उसी रूम में रहें वाले अन्य आठ-दस साथी कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट कराया गया | इन आरोपों की परिचालक सुभाष तथा परिचालक वाजिद अली ने भी पुष्टि की |

वहीं जब हरियाणा रोडवेज के अधिकारियों से सम्पर्क कर लापरवाही का कारण जानने का प्रयास किया तो महाप्रबंधक कार्यालय में मिले कार्यालय अधीक्षक ने सुरक्षा के लिए हैंड सैनिटाईजर आदि नहीं दिए जाने के आरोपों को सिरे नकारते हुए सभी कर्मचारियों को उपलब्ध कराए जाने का दावा किया | साथ ही जब उनसे उनके पलवल डिपो में कार्यरत परिचालक आज़ाद सिंह को संक्रमण होने तथा उसके साथ एक ही कमरे में रहने वाले साथियों का कोविड टेस्ट कराने तथा क्वारेंटाइन कराने के बारे पूछा तो उन्होंने अपने डिपो में किसी भी कर्मचारी के संक्रमित होने से इनकार कर दिया | और कहा की जब कोई संक्रमित ही नही तो क्वारेंटाईन कराने की कोई जरूरत ही नही है |
जबकि पलवल डिपो में कार्यरत चालक –परिचालकों के साथ साथ ड्यूटी निरीक्षक वाजिद अली परिचालक आज़ाद सिंह को कोरोना होने की पुष्टि कर चुके थे |
अब देखने वाली बात यह है की हरियाणा रोडवेज के पलवल डिपो से जुड़े अधिकारी आखिर चाहते क्या हैं ? हैण्ड सेनिटाईजर आदि नहीं देकर अपने कर्मचारियों की सेहत एव सुरक्षा को खतरे में डालना ? या फिर कोरोना वायरस के सामुदायिक फैलाव में सहयोगी बनना ?