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जानें – किस दिग्गज कर्मचारी नेता की हुई शानदार सेवानिवृति

पलवल 1 जुलाई (आवाज केसरी ) पलवल के जुझारू कर्मचारी नेता बनवारीलाल की स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृति हो गई | बनवारीलाल की पहचान पिछले कई वर्षों से राज्य स्तरीय नेताओं होती थी | जिला अस्पताल में सफाई कर्मी के रूप में 35 वर्षों तक अपनी सेवाएँ दी थी | इस दौरान दौरान उन्होंने विभिन्न कर्मचारी यूनियनों से जुड़कर कर्मचारियों के हितों के लिए खूब संघर्ष किया जिसकी बदौलत सर्वकर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष से लेकर राज्य स्तरीय कार्यकारिणी में कई बार स्थान प्राप्त किया | इस दिग्गज कर्मचारी नेता की सेवानिवृति के अवसर पर आयोजित विदाई पार्टी में विभिन्न कर्मचारी यूनियनों के नताओं तथा कर्मचारियों ने भी भाग लिया | इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ ब्रह्मजीत सिंह तथा वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ अजय माम ने भी कर्मचारी नेता की सेवानिवृति के बाद सुखद भविष्य की कामनाएं करते हुए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कई उपहार भेंट में दिए  |

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दिग्गज कर्मचारी नेता बनवारीलाल सेवनिवृति के अवसर पर सम्मान प्राप्त करते हुए

बनवारी लाल ने 35 साल की सेवाओं के बाद  सेवानिवृति के अवसर पर भावुक होते हुए कहा की एक तरफ तो उन्हें ख़ुशी हो रही है वहीं दूसरी तरफ राज्य भर के कर्मचारियों के बड़े परिवार से बिछुड़ने का भारी दुःख हो रहा है | हालांकि साथी कर्मचारियों ने कहा की वे अपने नेता को अगले दस वर्षों तक नहीं छोड़ेंगे और यूनियन से जोडकर रखते हुए उनका मार्गदर्शन प्राप्त करते रहेंगे | बनवारीलाल से 35 वर्षों के सेवाकाल में कर्मचारी यूनियनों से जुड़ने के खट्टे मीठे कई तरह के अनुभव रहे होंगे जो विदाई के अवसर पर भी अविस्मरणीय रूप से यादों के रूप में जेहन में उमड़ रहे होंगे | यह पूछे जाने पर उन्होंने बताया की कई बार ऐसे मौके आये जब विभाग के अधिकारी अपने नियमों के अनुसार काम कराने की जिद पर अड़े होते थे और कर्मचारी यूनियन के नाते विभागीय नियमों की उल्लंघना करने का दबाव रहता था ऐसे अवसरों पर उन्होंने यूनियन का साथ दिया जिसके चलते उन्हें तीन –चार बार टर्मिनेट करने के बाद उन्हीं अधिकारीयों द्वारा ससम्मान कार्य पर बुलाया गया वह भी बिना किसी वेतन कटौती के | उन्होंने कहा की कर्मचारी यूनियनबाजी में नेताओं को अधिकारीयों के साथ तालमेल बिठाकर रखना ही हितकारी होता है | इसलिए कर्मचारी नेताओं को अधिकारीयों की मजबूरियों को भी समझना जरुरी होता है | टकराव के दौरान यदि अधिकारी के साथ तालमेल ठीक होगा तो किसी का भी नुक्सान होने की सम्भावना नहीं होगी |

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