पलवल 1 अगस्त (आवाज केसरी) । पलवल के गांव सिहोल में राजनेताओं को प्रशासन की लापरवाही के लोगो को नरकमयी जीवन जीना पड रहा है। गांव का मुख्य रास्ता पिछले कई सालों से कच्चा पडा है जिस कारण घरों के बाहर हमेशा कीचड और जलभराव रहता है। इस जलभराव से मानसून में बिमारीयों के फैलने का भी भय बना हुआ है। इस रास्ते को बनाने के लिए पैसा भी हरियाणा सरकार के पूर्व पंचायत मंत्री और वर्तमान हरियाणा बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड के द्वारा भेजा गया था। लेकिन फिर भी रास्तों का सुधार नहीं हुआ ।
जिस रास्ते पर आपको पानी और कीचड दिख रहा है कभी इसी रास्ते से पलवल के नेताओं ने हाथ जोडकर गांव के लोगों से विधानसभा चुनाव में वोट मांगे थे और रास्ते को बनाने के वादा किया था। लोगों की वोट पाकर नेताजी जो चुनाव जीत गए लेकिन ग्रामीण आज भी अपने रास्ते के बनने की राह देख रहे है। राजनेता और प्रशासन की रस्सा-कसी के बीच ग्रामीण नारकीय जीवन जीने के मजबूर हो रहे है। साल 2018 में गांव सिहौल के विकास के लिए 92 लाख रूपे पंचायत के खाते में दिया गया। पंचायत के खाते में पैसा आने के बाद पंचायत के द्वारा गांव में 40 लाख रूपये की विकास कार्य तो पूरे करा दिए गए। लेकिन गांव 600 मीटर लंबे रास्ते को पर जैसे ही पंचायत काम शुरू करा पाती प्रसासन की तरफ से पंचायत को 2019 मे एक चिट्टी आई जिसमें पूर्व पंचायत मंत्री और वर्तमान हरियाणा बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड के द्वारा भेजे गए पैसे को पंचायत विभाग को वापस करने के आदेश दिए गए। प्रशासन के आदेश पर गांव की पंचायत ने में करीब साढे 52 लाख रूपये पंचायत विभाग को वापस कर दिया। पैसा वापस करने के बाद पंचायत और ग्रामीणों को उम्मीद दी की विभाग के द्वारा उनके रास्ते को बनाया जायेगा। लेकिन आज तक भी उनका रास्ता नही बन पाया है। इस रास्ते के लिए ईश्वर संस नामक फर्म को लाकडाउन से पहले टेंडर दिया गया था लेकिन टेंडर मिलने के बाद भी इस फर्म ने आज तक काम शुरू नही किया। जिसके बाद ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के ही कुछ राजनेताओ की रस्साकशी के चलते रास्ते का काम शुरू नही होने दिया जा रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि बरसात के दिनों में उनके घरों के आगे इतना कीचड और पानी इक्ट्टा हो जाता है कि घर से निकलना ही मुशकिल हो जाता है घरों से गंदे पानी की निकासी ना होंने कारण पानी रास्तों में ही बह रहा है। रास्ते के दोनों तरफ नालीयां जाम हुई पडी। ग्रामीणों को कहना है कि पानी जमा होने से बीमारीयों के फैलने का भी भय बना हुआ है। ग्रामीण काम शुरू कराने की गुहार नेताओं और अधिकारीयों से लगा चुके है लेकिन अभी तक काम शुरू नही हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही काम शुरू नही हुआ तो वो सडक पर बैठने को मजबूर हो जाएंगे । वही इस मामले में संबधित विभागीय अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे है।