पलवल, (आवाज केसरी)| पलवल पुलिस द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग पर मोटरसाइकिलों की चेकिंग करके ना केवल टूव्हीलर चालकों की जान को जोखिम में डाला जा रहा वरन पुलिस कर्मी खुद भी अपनी जान को जोखिम में डाल रहे है | इतना तो तब है जब माह भर पहले ही इसी तरह वाहनों को रुकवाते समय एक कर्मचारी की मौत हो चुकी है |

दिखाई दे रहे दृश्य राष्ट्रीय राजमार्ग नम्बर 19 पर पलवल के पृथला गाँव के पास के हैं | यहाँ पर गद्पुरी थाना पुलिस कर्मी निर्माणाधीन पुल के पास सर्विस रोड पर टूव्हीलरों को जबरन रुकवाकर उनके पेपर्स की चेकिंग करते दिखाई दे रहे हैं | राष्ट्रीय राजमार्ग 19 पर दौड़ते वाहनों को अचानक रुकवाकर उनके पेपर्स की चेकिंग करना कितना जायज है यह तो विधि विशेषज्ञ की बता सकते हैं लेकिन वाहनों के आगे खड़े होकर रुकवाना जोखिम भरा है | यहाँ पर एक हेड कांस्टेबल, दो कांस्टेबल और एक गृह रक्षी (होमगार्ड) के साथ बाइकों को रुकवाया जा रहा है | जिसने हेलमेट पहना हुआ था उसे भी और जो सिंगल थे उन्हें भी रुकवा रहे थे |
पुलिस वालों द्वारा हाइवे पर अचानक मोटरसाइकिल के आगे खड़े होकर रुकवाने पर हडबडाहट के बाद चालक सुभाष ने कहा की इस तरह हाइवे पर संकरे रोड पर वाहनों का रुकवाया जाना ठीक नहीं है | अचानक ब्रेक लगाने पर यदि पीछे आने वाले वहन की ब्रेक नहीं लग पायें तो एक्सीडेंट होने की संभावनाए हैं |
चेकिंग के नाम पर वाहनों खाशकर टूव्हिलर्स को रुकवाकर उनके पेपरों की जाँच करने वाले जांच अधिकारी हेड कांस्टेबल कासम खान का कहना है की वह केवल उन वाहनों को रुकवा कर पेपर्स की चेकिंग कर रहे हैं जो ट्रिपल राइडर है या जिनकी बाइकों पर नम्बर नहीं है अथवा अन्य कुछ अवैधानिक दिखाई देता है | अब ये खुद कितना वैधानिक कार्य कर रहे हैं इसकी भी जाँच और पड़ताल की जरूरत है |