पलवल (आवाज केसरी) पलवल स्थित अपना ब्लड बैंक, जन स्वास्थ्य एवं शिक्षा समिति पलवल एवं जिला रैड क्रॉस सोसायटी पलवल द्वारा चलाई जा रही ,”जीवन बचाओ मुहीम” के तहत आज थैलेसीमिया रोग से ग्रस्त बच्चो के साथ नववर्ष मिलन उत्सव और बच्चो को एंटीबाडी टेस्ट रिपोर्ट वितरित की गई। इस मौके पर विभिन संस्थाओ के समाजसेवी सदस्य मौजूद रहे ।
थैलेसीमिया एक जन्मजात बीमारी है। इस बीमारी में मरीज को लगातार कुछ समय के अन्तराल में रक्त चढ़ाना पड़ता है ऐसे में रक्त की कमी होने पर मरीज की जान को भी खतरा हो सकता है । इस बीमारी से पीड़ित मरीजों की सहायता के लिए डॉ प्रशांत गुप्ता ने अपना ब्लड बैंक से एक पहल शुरू की हुई है । इस “जीवन बचाओ मुहीम” में अब तक लगभग 40 थैलेसीमिया ग्रस्त बच्चो का पंजीकरण किया जा चुका है। वर्तमान वर्ष, 2020 के दौरान अपना ब्लड बैंक द्वारा 450 यूनिट रक्त इन बच्चों को मुफ्त देते हुए सचिन अस्पताल पलवल से इनको निशुल्क चढ़वाया गया है। डॉ प्रशांत गुप्ता द्वारा इस कड़ी में एक नई पहल भी की गई है जिसमे इन सभी बच्चो की निशुल्क एंटीबाडी टेस्ट की गई जिससे पता लगाया जा सके की इन बच्चो में रक्त चढ़ाने के बाद कोई इंफेक्शन तो नहीं हो रहा है । आज अपना ब्लड बैंक, पलवल परिसर में इन सभी बच्चो और अभिभावकों को आमंत्रित किया गया जहाँ इन सभी बच्चो के साथ नववर्ष उत्सव को मनाया गया और इन बच्चो को इनकी एंटीबाडी टेस्ट की रिपोर्ट भी वितरित की गई । इस मोके पर कार्यक्रम में हरीश रत्रा, अध्यक्ष, फाउंडेशन अगेंस्ट थैलेसीमिया, गुरुदायान अदलखा, लोचन भाटिया, विनोद जिंदल, अध्यक्ष जिला केमिस्ट एसोसिएशन, महेश मलिक, जिला प्रशिक्षण अधिकारी, जिला रैड क्रॉस सोसायटी, पलवल, दीपू उर्फ अजनीत कालरा आदि लोग मौजूद रहे । कार्यक्रम के दौरान आये हुए मुख्य अतिथियों का फूल मालाओ द्वारा स्वागत किया गया। अतिथियों ने अपने सम्बोधन में कहा की इस बीमारी से पीड़ित बच्चो को हम अपने परिवार का ही एक हिस्सा समझते है इसलिए हमारी तरफ से जो भी मदद होगी वो इन बच्चो कि की जाएगी । अतिथियों द्वारा सभी बच्चो को उनकी एंटीबाडी टेस्ट की रिपोर्ट बांटी गई ।
इस अवसर पर डॉ प्रशांत गुप्ता ने बताया कि अब फाउंडेशन अगेंस्ट थैलेसीमिया की मदद से इन बच्चों को दवाइयां भी यही पर उपलब्ध हो पाएंगी।
इस अवसर सभी बच्चों और अभिभावकों ने सोसायटी के सभी लोगो का धन्यवाद किया और उनके जीवन को आसान बनाने के लिए और समय समय पर आ रही दिक्कतों से लडने में मदद करने के लिए धन्यवाद किया।
डॉक्टर श्रद्धा अग्रवाल ने सभी उपस्थित लोगों को शपथ दिलाई की हमे बच्चों के विवाह संबंध जोड़ने से पूर्व उनके थेलेसिमिक टेस्ट कराने चाहिए ताकि किसी भी माइनर/मेजर थेलेसिमिक दंपति से थेलेसिमिक सन्तान जन्म न ले और पलवल में रक्त के अभाव से किसी भी थैलेसीमिया ग्रस्त बच्चे को अपनी जान नहीं गवानी पड़े। इस अवसर पर सभी से ये अपील कि गई की वे हर तीन महीने में अपना ब्लड बैंक, पलवल में आ कर इस “जीवन बचाओ मुहिम” में अपना योगदान देते हुए रक्तदान करे ताकि देश को थैलेसीमिया मुक्त किया जा सके।
कहां मनाया थैलेसीमिया रोग से ग्रस्त बच्चो के साथ नववर्ष मिलन उत्सव
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