पलवल, 5 फरवरी (आवाज केसरी) । पलवल एक और विवाहिता दहेज लोभियों की साजिश से मौत के आगोश में समा गई। संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने के बाद मृतका के मायके वालों और ससुराल पक्ष में तनाव की स्थिति बनी हुई है। मृतका के परिवार वालों ने ससुराल पक्ष के लोगों और पति पर आरोप लगाया है कि लड़की के पसंद नहीं आने के कारण पहले दहेज कम लाने के बहाने लगा कर तंग और प्रताड़ित किया गया और बाद में उसे मारने की नीयत से कांच पिला दिया जिससे बीमार होने के बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार पलवल के गांव अतरचटा निवासी फतेहसिंह ने अपनी दो बेटियों की शादी 9 मार्च 2019 को मण्डकोला गाव के दो सगे भाइयों रवि और विनोद के साथ की थी। शादी के बाद रेखा का तो गौना कर दिया गया था लेकिन छोटी बेटी मोनिका का गौना नही किया गया था। बाद में बेटियों की ससुराल वालों से अनबन के चलते बाद में ससुराल पक्ष के लोगों से के साथ अनबन होने के चलते मृतका की छोटी बहन का गौना हो नहीं किया था। अभी मार्च में विवाहिता की शादी को 2 साल पूरे होने थे लेकिन उससे पहले ही 24 वर्षीया रेखा को एक साजिश के तहत मौत के घाट उतार दिया गया। मायके वालों ने आरोप लगाया कि रेखा जब गंभीर रूप से बीमार थी तब थी उसके ससुराल वाले रेखा को देखने तक नहीं आए थे।

मृतक के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाकर कानूनी कार्रवाई करना चाहते हैं । वही ससुराल पक्ष के लोग मामले को रफा-दफा करने का दबाव बना रहे हैं। पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले पर नजर रखे हुए हैं।
विवाहिता की मौत के बाद परिजनों ने आरोप लगाया है कि मृतका रेखा के पति रवि पुत्र धर्मबीर (निवासी मंडकोला) के शादी से पूर्व किसी अन्य महिला के साथ अवैध सम्बन्ध थे जिसकी जानकारी रेखा को हुई तो उसने पति को रोकने का प्रयास किया। लेकिन वह अपनी आदतों से बाज नही आया तो रेखा ससुराल में अपने आपको सहज रूप से निर्वहन नहीं कर पाई । बताया गया की रेखा उस महिला की तुलना में दुबली -पतली थी जिसके कारण भी रेखा उसे पसंद नहीं आई तो पति ने रेखा को दहेज कम लाने के बहाने खूब प्रताड़ित किया। प्रताड़नाएं सहने के बाद भी रेखा नहीं मानी तो उसे कथित रूप से कांच खिला दिया गया जिससे वह बीमार रहने लगी।
परिजनों ने आरोप लगाया कि बीमार रहने के बाद जब ससुराल वालों ने उसका इलाज नहीं कराया तो उसने अपने भाई को फोन करके इलाज के लिए पैसे मांगे थे जिस पर उसके पिता ने उसे मकर सक्रांति पर अपने घर बुलाकर उसका इलाज कराना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि पहले उसका आसपास के छोटे डॉक्टर के पास इलाज कराते रहें बाद में उसको पलवल के बंसल नर्सिंग होम में 28 जनवरी को भर्ती कराया गया था। लेकिन वहां पर हालत ज्यादा बिगड़ने पर उसे मेवात के हसन खां मेवाती मेडिकल कॉलेज नल्हड में ले जाया गया जहां 4 तारीख की शाम को उसकी मौत हो गई। मौत होने के बाद परिजन मृतक के शव को अपने घर ले आए और पुलिस से न्याय की गुहार लगाई लेकिन मृतका की ससुराल पक्ष (मण्डकोला गांव ) के सैंकड़ों की संख्या में लोग अतरचटा गांव पहुंच गए और मृतका का परिजनों और गांव वालों पर गांव की इज्जत के मामले को रफा-दफा करने का दबाव बनाया। लेकिन मृतका के परिजनों ने पंचायत की एक नहीं मानी जिससे दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। बाद में पुलिस ने मौके पर जाकर मामले को संभालने की कोशिश की। पुलिस जांच अधिकारी सहायक उपनिरीक्षक उपदेश कुमार ने बताया कि अधिकारियों के मामले की सूचना दे दी गई है। मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया जाएगा उसके बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे आगे की जांच की जाएगी। पुलिस ने पिता फतेहसिंह की सिकायत पर पति रवि, देवर विनोद, सास , जेठ तथा दो अन्य के खिलाफ दहेज़ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है ।