चंड़ीगढ़, (आवाज केसरी) । हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में सोमवार को उस समय हंगामे की स्थिति पैदा हो गई जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल निंदा प्रस्ताव लेकर आए। सीएम ने कहा कि किसान आंदोलन के नाम पर लोकतंत्र पर कुठाराघात हो रहा है। सदन यह प्रस्ताव पारित करे कि किसान आंदोलन में लोकतंत्र की हत्या न हो। सरकार के संयम और विनम्रता को कमजोरी न समझा जाए। किसानों को उकसाने में कांग्रेस का भी योगदान है।
सीएम ने सदन में एक पंक्ति प्रस्ताव रखा। प्रस्ताव में कहा गया है कि अगर कोई भी किसी राजनीतिक दल के नेता का गांव-शहर में घुसने का विरोध करेगा, यह सदन उसका विरोध करता है। इस प्रस्ताव का कांग्रेस ने विरोध किया। इस पर नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कानून व्यवस्था सरकार की जिम्मेदारी है इसमें प्रस्ताव रखने की क्या जरूरत है।
[the_ad id='25870']