पलवल 3 जुलाई ( आवाज केसरी )। कोरोना योद्धाओं का सम्मान करने की बात कह रुपये देते समय पुलिसकर्मियों की वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह के तीन आरोपियों को शहर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से रंगदारी के 2 लाख रुपये की नकदी को भी बरामद किया है। आरोपियों की क्वारंटीन समय की अवधि व कोविड़ रिपोर्ट नेगिटिव आने के बाद उन्हें अदालत में पेश कर गहन पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर लिया गया है। डीएसपी यशपाल खटाना ने बताया कि बस स्टैंड चौकी में कार्यरत एएसआई हरपाल ने शिकायत दर्ज कराई थी कि 24 जून की शाम 5 बजे दो युवक चौकी में आए जिनमें से एक ने अपना नाम सलमान निवासी पीरगढ़ी (दिल्ली) बताया और कहा कि उसकी कार का पंचवटी कालोनी निवासी हर्षित की कार के साथ माल गोदाम रोड़ पर एक्सिडेंट हो गया है। लेकिन उन दोनों ने आपस में समझौता कर लिया है और लिखित राजीनाम पेश किया। जिसके बाद दोनों युवक चले गए। लेकिन थोड़ी देर बाद सलमान नामक युवक वापस आया और कहा कि वह कोरोना योद्धाओं के काम की सराहना करता है तथा उन्हें खाने-पीने की वस्तुएं, मास्क, सैनिटाईजर आदि वितरित करते है। लेकिन इस समय उसके पास कोई सामान नहीं है लेकिन तुम कुछ रुपये तुम ले लो जिनसे मास्क व सैनिटाइजर खरीदलेना। जिसके बाद सलमान ने 500 दिए और 500 रुपये मुंशी को देने लगा। लेकिन मुंशी ने रुपये लेने से मना कर दिया और कहा तुम ये रुपये होमगार्ड रतिराम को दे दो। सलमान ने 500 रुपये रतिराम व 500 एसपीओ अजय कुमार दे दिए और वहां से चला गया। उसके एक-डेढ़ घंटे बाद सलमान का फोन आया और कहा कि आपकी रुपये देते समय वीडियो बना ली आप दिल्ली आकर मालिक जीसान अली उर्फ मुन्ना से मिल लेना। थोड़ी देर बाद सलमान पलवल में बस स्टैंड के पास मिला और दस हजार रुपये की मांग कर वीडियो डिलीट करने की बात कही। पीडि़त ने दस हजार रुपये सलमान को दे दिए लेकिन उसने वीडियो डिलीट नहीं की । उसके बाद सलमान पीडि़त को अपने साथ दिल्ली ले गया। जहां पर सलमान का मालिक जीसान अली उर्फ मुन्ना उनका साथी मोहम्मद शाकिर निवासी नवीन विहार न्यू दिल्ली मिले। जिन्होंने कहा कि तुम 3 लाख रुपये दे दो वरना तुम्हें खिलाफ मामला दर्ज करा देंगे | यह हमारा रोजाना का धंधा है। हम पुलिस की ऐसे ही वीडियो बनाकर रुपये ऐंठते है। हमने पहले भी पुलिस वालों की ऐसे ही वीडियो मामला दर्ज कराया था। उसके बाद 25 जून को पीडि़त एएसआई की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। पलवल तहसीलदार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त कर आरोपियों द्वारा बताए गए स्थान व फोन डिटेल के आधार पर पर दबिश दी गई और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि इससे पहले भी वह दो महिने के अंदर ऐसी की तीन वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। पुलिस ने आरोपियों को शुक्रवार को अदालत में पेश कर गहन पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर लिया हुआ हैजिससे की जालसाजों के पूरे नेटवर्क का पता लगाकर सभी को सलाखों के पीछे भेजा जा सके ।
पुलिस कर्मचारियों को रूपये देकर ब्लेकमेल करने वाले तीन जालसाज धरे गये – दो लाख की रिकवरी की
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