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राजकीय कन्या महाविद्यालय बडोली में नहीं कोई प्रोफ़ेसर, ग्रामीण जड़ सकते हैं ताला

पलवल, 19 नवम्बर (गुरूदत्त गर्ग)। बड़े दुःख की बात हैं की एक तरफ़ तो बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के के नारे लगाती हैं हरियाणा सरकार ओर दूसरी तरफ़ कन्या महाविद्यालयो में कोई अध्यापक तक नहीं। पलवल ज़िले के बडोली गाँव में राजकीय कन्या महाविद्यालय को 2018 में शुरू किया गया। पिछले तीन साल से केवल एक इतिहास के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर यहाँ पर कार्यरत हैं ।आदर्श समिति के अध्यक्ष ड़ा हरित बैसला की माने तो उन्होंने सभी गाँव के युवाओं ओर समिति के सदस्यों के साथ गाँव गाँव जाकर कोलिज में दाख़िले को लेकर जागरूकता फैलाने का कार्य किया ओर परिणाम ये हुए के इस सत्र में सभी सीट फ़ुल हो गयी ओर कोलिज में 300 छात्राए अब हैं।

पिछले सत्र में जब उन्होंने कोलिज के इस तरह के हालात देखे तो उन्होंने खुद ही निशुल्क पढ़ाने का निर्णय लिया ओर अच्छे परीक्षा परिणामों से बैसलात क्षेत्र समेत सभी गाँवो से आने वाली बहनो को अच्छे परीक्षा परिणाम दिलाने में सफलता हासिल की । लगातार मंत्रियों ओर विधायकों ओर सबंधित विभाग को पत्र लिखे गए, उनसे मिलकर भी बताया गया, शिक्षा मंत्री कंवरपाल जी को फ़ोन के माध्यम से सूचित किया गया मगर कोइ हल अभी तक नही निकला। वो जो एक प्रोफ़ेसर यहा थे पिछले दिनो से डेंगू की चपेट में आ जाने से वो भी हॉस्पिटल में भर्ती हैं ओर कोलिज बिल्कुल सूना हो गया हैं , आदर्श समिति के अध्यक्ष का कहना हैं की पिछली बार तो उन्होंने निशुल्क पढ़ा दिया मगर अब वो फ़िलहाल किसी पोस्ट- डोकटोरल स्टडी के प्रोजेक्ट को लेकर व्यस्त हैं।

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दुःख की बात हैं की बैसलात क्षेत्र का ये कोलिज पिछले सात दिन से बंद पड़ा हैं ओर सभी बहनो को वापिस भेजना पड़ा हैं। कोलिज में बैठने के लिए बेंच नही हैं ओर ना ही पीने के पानी की सुविधा। असल में शिक्षा विभाग से बजट आ जाता हैं मगर कोलिज में अध्यापको की कमी से कमेटी गठित नही हो पाती जो फंड को प्रयोग में लाए ओर फिर कैसे वापिस चले जाते हैं। इन दुःखद हालातों से ग्रामीण व क्षेत्रवासियो में बहुत ज़्यादा रोष हैं ओर उन्होंने अब फ़ैसला किया हैं की कोलिज पर तब तक के लिए ताला जड़ दिया जाएगा जब तक इसी पूरी तरफ़ स्टाफ़ व अन्य सभी सुविधाओं की पूर्ति नही हो जाती। मंत्रियों संसदो द्वारा केवल अशवशन ही दिए जा रहे हैं कोई भी मज़बूती se कदम अभी तक नही उठाया गया हैं। ड़ा बैसला के अनुसार सभी बैसलात क्षेत्र व अन्य आसपास के गाँवो के सरपंचो समेत युवाओं ओर बुज़ुर्गों से सम्पर्क साधा जा रहा हैं। अगर जल्दी कोई हल नही निकला ओर बड़े कोलिज पे ताड़ा जड़ने के साथ बड़े प्रदर्शन को झेलने के लिए सरकार तैयार रहे ।

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