पलवल (गुरुदत्त गर्ग) । पलवल राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित ताऊ देवीलाल पार्क में सो रहे एक मजदूर की जेब से स्मार्टफोन चोरी कर एक युवक भाग निकला जिसे लोगों ने पीछा कर दबोच कर पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपित पलवल कानूनगोयान मोहल्ले का रहने वाला है। जिसने अपने दो-तीन अन्य साथियों के कहने पर मोबाइल चोरी किया था।

जानकारी के अनुसार पलवल ताऊ देवीलाल पार्क में सो रहे एक मजदूर की जेब से चोर ने जैसे ही स्मार्टफोन को चोरी किया गया तभी उसकी आंखें (नींद) खुल गई। और जेब से मोबाइल फोन को लेकर भाग रहे युवक के पीछे शोर मचाते हुए वह भाग लिया। उसने बताया कि वह जूते उतार कर पार्क में सो रहा था । जैसे ही इस युवक ने उसका मोबाइल फोन निकाला तो उसकी आंख खुल गई और भागते हुए युवक के पीछे बगैर जूते पहने ही भाग लिया था। चोर-चोर का शोर मचाए जाने पर बहुत से ऑटो वाले और दूसरे अन्य लोग उसके पीछे भागे लेकिन फिर भी वह नेशनल हाईवे को क्रॉस कर पुराने एसडीएम कोर्ट परिसर में घुस गया और सामने चौकीदार के फ्लैट के अंदर घुसकर उसकी दीवार को फांदकर खेतों की तरफ दौड़ लिया। लेकिन लोगों ने उसका पीछा नहीं छोड़ा और काफी मशक्कत करने के बाद उसे काबू कर पुलिस के हवाले कर दिया।

मोबाइल चोरी कर भागने वाले युवक ने अपना नाम राम पुत्र रमेश कानूनगोयान मोहल्ले में रहने वाला बताया। पूछे जाने पर उसने बताया कि वह सुल्फा पीने का आदी है और सुल्फा की लत के कारण ही अपने साथियों के कहने पर पार्क में सो रहे रहे व्यक्ति की जेब मोबाइल चोरी कर लिया था। उसने यह भी बताया था कि उसके साथ दो-तीन अन्य युवक थे जिनमें दो के नाम गब्बर और सोनू बताएं।जो जैनदीपुरा में से सुल्फा खरीद कर लाते हैं। लेकिन दुकानदार का नाम नहीं बताया। कहा की जैंदीपुरा मोहल्ले में बहुत से लोग सुल्फा बेचने के गलियों में खड़े रहते हैं। ₹100 का सुल्फा लेने पर वह दो दिन चल जाता है। इस मामले में सबसे गम्भीर बात यह भी है उसके पिता रमेश की चार दिन पूर्व ही मौत हुई थी। लेकिन चोरी और शुल्फा की लत के चलते जेल जाने का काम कर लिया।
मूल रूप से झांसी के रहने वाले मजदूर द्वारा चोर चोर का शोर मचाए जाने पर कब देवीलाल पार्क के पास खड़े हुए ऑटो चलाने वाले तथा अन्य कई लोगों ने उसका पीछा किया लेकिन वह पकड़ नहीं पाए लेकिन उनके द्वारा शोर मचाए जाने पर आगे वाले लोग स्टार्क हो गए और उसके पीछे पीछे 600 से 700 मीटर भागने के बाद झाड़ियां के पीछे छुप गया लेकिन एक युवक की दृष्टि उसके ऊपर पड़ गई। उसके बाद एक बार फिर से उसने भागना शुरू कर दिया लेकिन जब पीछे भागने वालों की संख्या ज्यादा और दूरी कम होने के कारण उसने मोबाइल फोन को फेंक दिया। लेकिन फिर भी पीछा करने वालों ने आखिरकार उसे दबोच और फिर उसके बाद पुलिस के हवाले कर दिया।