
गुरूग्राम,24 फरवरी (आवाज केसरी) । दिल्ली- एनसीआर के अग्रणी विश्वविद्यालय के. आर. मंगलम् विश्वविद्यालय में “स्कूल शिक्षा नेतृत्व में उत्कृष्टता“विषय पर आधारित “विद्या प्रकाश कॉन्क्लेव” का सफल आयोजन किया गया। इस कॉन्क्लेव में देशभर के प्रतिष्ठित स्कूलों के प्राचार्यों, अग्रणी शिक्षाविदो, प्रबंधको ने शिरकत की ।
इस कॉन्क्लेव में शिक्षा प्रणाली के विकास और नेतृत्व कौशल को बढ़ाने की दिशा में चिंतन एवं अनुभवों को साझा किया। इस अवसर पर के.आर. मंगलम् विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रघुवीर सिंह ने कॉन्क्लेव में उपस्थित सभी शिक्षाविदो को संबोधित करते हुए कहा की “शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और नेतृत्व का महत्व अत्यंत आवश्यक है एवं भविष्य की शिक्षा प्रणाली को और अधिक प्रभावशाली एवं कार्यशील बनाने के लिए हमें पारंपरिक और आधुनिक तकनीकों का समावेश करना होगा। यह कॉन्क्लेव हमारे शिक्षा जगत को एक सशक्त मंच प्रदान करता है, जहाँ विचारों का आदान-प्रदान और नवीन रणनीतियों पर चर्चा की जाती है। इस प्रकार के आयोजनों से हम शिक्षा प्रणाली में सुधार कर सकते हैं और नए युग की आवश्यकताओं के अनुसार शिक्षण तकनीकों को उन्नत कर सकते हैं।”

कॉन्क्लेव के दौरान पैनल चर्चाओं का डॉ. तानिया गुप्ता एवं डॉ. ममता शंकर के समन्वय में आयोजन किया गया जिसमे नई शिक्षा नीति, शिक्षा में डिजिटल तकनीक, नेतृत्व विकास, शिक्षकों की नई भूमिका, मूल्य-आधारित शिक्षा, और शिक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी उन्नत तकनीकों के उपयोग पर गहन विचार-विमर्श हुआ। कॉन्क्लेव के समापन में स्कूल शिक्षा क्षेत्र में अद्वितीय योगदान देने वाले देशभर के 70 प्राचार्यों, अग्रणी शिक्षाविदो को विभिन्न श्रेणियों में पूस्कृत किया गया।
कॉन्क्लेव में विश्वविद्यालय कुलसचिव डॉ. राहुल शर्मा, निदेशक-आईक्यूएसी, अधिष्ठाता-शैक्षणिक, निदेशक अंतर्राष्ट्रीय संबंध, अधिष्ठाता–अनुसन्धान, अधिष्ठाता–छात्र कल्याण, परीक्षा नियंत्रक, समस्त संकाय अधिष्ठाता एवं उप निदेशक -एडमिशन सुनीता शर्मा मौजूद रहे । सभी ने संकल्प लिया की विश्वविद्यालय शिक्षा क्षेत्र में निरंतर योगदान देता रहेगा और शिक्षकों तथा प्राचार्यों के साथ मिलकर भारत की शिक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी और समृद्ध बनाने की दिशा में कार्य करेगा।