हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ(सम्बद्ध सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा एवम स्कूल टीचर्स फैडरेशन ऑफ इंडिया) की जिला कार्यकारिणी की बैठक जिला प्रधान ओम प्रकाश जाखड़ की अध्यक्षता में लघु सचिवालय के प्रांगण में हुई। बैठक का संचालन सचिव थान सिंह शर्मा ने किया।बैठक को संबोधित करते हुए राज्य सचिव राकेश शर्मा, ने कहा कि असंवैधानिक रूप से चोर दरवाजे से केंद्र सरकार द्वारा जारी “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ को पूर्णतया अस्वीकार्य है। यह शिक्षा नीति न तो 21वीं सदी की चुनौतियों से सामना करती नजर आती है और ना ही देश के शत प्रतिशत बच्चों को सार्वजनिक शैक्षिक ढाँचा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध नज़र आती है। यह शिक्षा नीति जनशिक्षा को सिकोड़ने,शिक्षा को महंगी करने,बाजारीकरण करने का रोड मैप है। अतः संघ मांग करता है कि ऐसी शिक्षा नीति लागू की जाए जो सभी बच्चों को सरकारी ढाँचे में नि:शुल्क व अनिवार्य,गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाए और देश के संघीय ढाँचे को मज़बूत करे। जिला प्रधान व सचिव ने संयुक्त रूप से कहा कि इन्हीं नीतियों के परिणाम स्वरूप कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति, मृत्यु या लापता होने पर संवैधानिक पैंशन योजना को समाप्त करते हुऐ एन डीए सरकार ने विपक्षी दलों के सहयोग से पी. एफ. आर. डी. ए. बिल पास करवा कर नई पैंशन योजना लागू की।
इस नई पैंशन योजना में न्यून तम पैंशन की कोई गारंटी नहीं है और शेयर बाजार पर आधारित हैं।इस में जमा राशि कभी भी डूब सकती है।राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को रद्द करवाने तथा पुरानी पैंशन की बहाली के लिए कल 11नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के अवसर पर स्कूल टीचर्स फैडरेशन ऑफ़ इंडिया के आह्वान पर पूरे देश में उपायुक्त कार्यालयों पर प्रदर्शन की कड़ी में इस जिले के अध्यापक भी उपायुक्त कार्यालय के समक्ष बाद दोपहर 3 से 5 बजे तक विरोध प्रर्दशन करते हुए धरना देंगे और उपायुक्त महोदय के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदय को ज्ञापन प्रेषित करेगें।शिक्षक नेता रविंद्र दीक्षित,महेश चंद शर्मा, मुक्ता शर्मा, गीतेश शर्मा ,सुरेंद्र शर्मा,शिव दयाल शर्मा,सुरेंद्र तंवर, तरुण जैन,हुकमचंद शर्मा,देवेंद्र तंवर,नेत्रपाल,विनोद कुमार,नरेंद्र कुमार, ओम प्रकाश डागर ने जिला के शिक्षकों से धरने को सफल बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में गुर्जर धर्मशाला कुसलीपुर मे पहुंचने की अपील की।