होमगार्ड के जवान की मौत के बाद तनाव दूसरे दिन भी लगातार जारी रहा, गौरतलब है कि बुधवार दोपहर को राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों को रोकने के प्रयास में होमगार्ड के जवान की मौत हो गई थी, इसके बाद परिवार के लोगों ने मृतक के शव का तब तक अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था जब तक मृतक के बेटे को होमगार्ड में नौकरी मिलने का ठोस आश्वासन ना दिया जाए। रोष को देखते हुए जिला अस्पताल को छावनी बना दिया गया था |

पलवल के हसीन उपमंडल के स्वामीका गांव निवासी 30 वर्षीय राकेश की होमगार्ड में जवान के तौर पर ड्यूटी के वक्त राष्ट्रीय राजमार्ग पर आलापुर गांव के पास मौत हो गई थी। परिवार के लोगों ने इसे ट्रैफिक पुलिस द्वारा अवैध वसूली के लिए होमगार्ड के जवानों को जान जोखिम में डालने वाला कृत्य बताते हुए मौत के लिए ट्रैफिक पुलिस थाना प्रभारी को जिम्मेदार बताया था। इसी गुस्से के चलते परिवार के लोगों ने पहले शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया गया था बाद में लोगों को समझाने के बाद शव का पोस्टमार्टम करा दिया लेकिन अंतिम संस्कार के लिए शव को | पलवल जिला अस्पताल की मोर्चरी से उठाने से इंकार कर दिया | परिवार के लोगों की मांग थी कि जब तक मृतक के बेटे को होमगार्ड में भर्ती नहीं कर लिया जाएगा तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।

गुस्से के कारण तनाव के बीच हादसे के दूसरे दिन भारी संख्या में पुरुषों के साथ महिलाएं भी जिला अस्पताल परिसर में एकत्रित हुई जहां पर मृतक राकेश का शव रखा गया था | कई बार हालत ऐसे बने की कुछ भी हो सकता है लेकिन भारी पुलिस बल की उपस्थिति के चलते किसी तरह की अप्रिय घटना नही हुई | इसी बीच हथीन भाजपा विधायक प्रवीन डागरके भाई सतीश डागर ने जिला अस्पताल आकर लोगो को समझाया और अधिकारीयों के साथ बातचीत कर मामले को जल्द से जल्द सुलझाने का आग्रह किया |

विधायक के भाई से बातचीत के बाद गृह रक्षी विभाग की कमान्डेंट तान्या ने आकर परिजनों को आश्वस्त करते हुए कहा की नौकरी लगाना उनके अधिकार क्षेत्र में नही है लेकिन बेटे को नौकरी दिलाने के लिए अपनी तरफ से पुरजोर कोशिश करेंगी | इस अवसर पर उन्होंने विभाग की तरफ से मिलने वाले आर्थिक लाभों की घोषणा करते हुए कहा पांच लाख रूपये पुलिस विभाग की तरफ से तथा पांच लाख रूपये की आर्थिक सहायता गृह रक्षी विभाग के तत्काल मुहैया करा दी जाएगी साथ ही छ हजार रूपये मृतक के अंतिम संस्कार के लिए देने की घोषणा की गई | उसके बाद ही लोगों के शव को शव को मोर्चरी से उठवाया गया |