हेतराम पहलवान होंगे किसान आन्दोलन के लिए अस्थायी पाल अध्यक्ष
पलवल (आवाज केसरी) किसानों के आंदोलन में शामिल होने के लिए अब तेवतिया पाल के 24 गांवों के लोगों ने गांव के लोगों ने भी अब कमर कस ली है। अलावलपुर गांव के बनी वाले के ऐतिहासिक मंदिर में तेवतिया पाल की एक पंचायत में इसका फैसला लिया गया । आगामी 24 दिसंबर को तेवतिया पाल के दर्जनों ट्रैक्टरों के साथ सैकड़ों लोग राष्ट्रीय राजमार्ग पर अटोहा गांव के पास चल रहे किसानों के धरना प्रदर्शन मैं तन- मन- धन से शामिल होंगे।
तेवतिया पाल के स्थाई अध्यक्ष विजेंद्ररसिंह तेवतिया उर्फ गरीबा के किसान आंदोलन में भाग नहीं लेने पर अलावलपुर गांव के ऐतिहासिक बनी वाले के मंदिर में तेवतिया पाल की महापंचायत हुई। जिसमें फैसला लिया गया कि किसान आंदोलन के लिए अस्थायी अध्यक्ष चुनकर आंदोलन में तेवतिया पाल की तरफ से तन से मन से और धन से भागीदारी की जाए क्योंकि किसानों का आंदोलन किसी पार्टी का आंदोलन नहीं जबकि जमीन से जुड़े किसानों का आंदोलन है जिसमें जाति धर्म और राजनीति से ऊपर उठकर सहयोग करना तेवतिया पाल का कर्तव्य है।

एतिहासिक बनी वाले मन्दिर प्रांगण में आयोजित 12 गाँवों की पंचायत में किसान आंदोलन में भाग लेने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है जो किसान आंदोलन में हर प्रकार का सहयोग करने के लिए कार्य करेगी और लोगों से धन भी एकत्रित करेगी जिसका आंदोलन भाग लेने वाले किसानों का आर्थिक अथवा जरूरत के सामान देकर मदद के रूप में सहयोग किया जाएगा ।
किसानों का कहना है कि आंदोलन कर रहे किसान कोई आतंकवादी, खालिस्तानी या माओवादी नहीं है। किसान किसान है जो धरती पर अन्न पैदा कर बच्चों को पालने का काम करता है। उन्होंने कहा कि जो लोग किसानों को आतंकवादी माओवादी अथवा खालिस्तानी नाम दे रहे हैं उनका भी किसान वक्त आने पर कर्ज उतार देगा।क्योंकि किसान किसी का कर्ज नही रखता है ।