पलवल, (आवाज केसरी) मॉल्स और होटल्स में इंस्टेंट फूड के रूप में लोकप्रिय हो रहे स्वीट कॉर्न की कमर्शियल खेती अब हरियाणा के पलवल जिलें में हो रही है। यह मीठी और स्वादिष्ट एक विशेष प्रकार की मक्का है, जिसका दाना अधिक मीठा होता है। इसे सब्जी और अनेक तरह के पकवान जैसे- स्वीट कॉर्न केक, स्वीट कॉर्न क्रीम स्टाइल इत्यादि बनाने में भी प्रयोग किया जाता है। हरा भुट्टा तोड़ने के तुरंत बाद हरे पौधे को काटकर हरे चारे के रूप में उपयोग में लाया जा सकता है। अधिक आय प्राप्त करने हेतु स्वीट कॉर्न का फसलीकरण भी किया जा सकता है।

पलवल के किसान अब परम्परागत खेती छोडकर नई तकनीकी खेती की ओर बढ रहे है। किसान वर्ग अब नई सोच व तकनीक के माध्यम से आय दोगुनी करने लगे है। जी हां हम बात कर रहे है – स्वीट कॉर्न खेती की । इस खेती से घर बैठे मुनाफा कमाने वाले पलवल के किसान ने अपने किसान साथियों से भी तकनीकि खेती करने की अपील की है।
तकनीकी खेती करने वाले किसान रेवती प्रसाद का कहना है कि आज के समय में स्वीट कॉर्न/मीठे दाने वाली मक्का की पैदावार से बेहद खुश हैं। मात्र 2 बीघा जमीन में बोई हुई मक्का से वह प्रतिदिन पचास किलोग्राम मक्का की ऊपज प्राप्त कर रहे है। जो घर बैठे फार्म हाउस से ही चालीस रुपये प्रतिकिलोग्राम के भाव से बेच रहे है।

रेवती सैनी का कहना है कि ऑर्गेनिक फार्मिंग करने में थोड़ी मेहनत से ज्यादा होती है लेकिन पारंपरिक खेती से 10 गुना मुनाफा प्राप्त कर रहे।
उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी मात्र दो बीघा जमीन में स्वीट कॉर्न की बिजाई की हुई है जिसमें उन्हें भरपूर पैदा प्राप्त हो रही है उन्होंने बताया कि सितंबर से लेकर दिसंबर तक पैदा देगी। इसके लिए वह हर 15 दिन में नई बिजाई कर रहे हैं।