पलवल, (आवाज केसरी) राष्ट्रवादी विचार मंच के संयोजक स्वामी श्रद्धानन्द सरस्वती ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आरोप लगाए हैं कि प्रशासनिक भ्रष्टाचार चरम सीमा को पार कर चुका है बिना रिश्वत लिए किसी भी सरकारी कार्यालय में काम नहीं होता है। अधिकारी निरकुंश हो चुके हैं उन्होंने बताया कि अलीगढ रोड पर किठवाडी के पास पी० सी०आर० पर तैनात पुलिस कर्मियों को मैंने ट्रकों व प्राइवेट बसों के ड्राइवरों से रिश्वत लेते हुए देखा है। उन्होंने बताया लाँकडाउन के दौरान पलवल के तहसीलदार ने जो अनियमितताएं की वे सबके संज्ञान में हैं परन्तु पारदर्शी प्रशासन देने का वायदा करने वाले राजनेता मौन हैं। उन्होंने बताया कि सूचना के अधिकार 2005 के अन्तर्गत तहसीलदार से लाँकडाउन के समय की गई रजिस्ट्रीयों का विवरण मांगा गया था इस संदर्भ में तहसीलदार ने जो जानकारी दी वह चौकाने वाली हैं सच्चाई और तथ्यों की उपेक्षा करके उन्होंने गलत जानकारी दी हैं। कुछ वसीका नम्बरों को छिपाने का असफल प्रयास किया गया है जिसकी जानकारी मुख्यमंत्री जी को दी जा चुकी है। राष्ट्रवादी विचार मंच के संयोजक ने बताया कि तहसीलदार से उनका कोई व्यक्तिगत विवाद नही है हमारी लडाई भ्रष्टाचार से है, तहसीलदार भ्रष्टाचार में लिप्त है इसलिए राष्ट्रवादी विचार मंच के माध्यम से तथ्यों के आधार पर उनके खिलाफ अभियान शुरू किया गया है और ये अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक दोषी को सजा नही मिलेगी। स्वामी श्रद्धानन्द ने बताया कि देवीलाल पार्क में बुद्धि शुद्धी यज्ञ किया जायेगा इस यज्ञ से भ्रष्टाचार विरोधी अभियान को गति मिलेगी। महात्मा गांधी के स्मारक केन्द्र में राष्ट्रगान गाया जायेगा जिस में सभी सामाजिक संगठनों के भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ताओं को आंमत्रित किया जायेगा।
स्वामी श्रद्धानंद का भृष्टाचार के खिलाफ नया खुलासा : करेंगे बुद्धि-शुद्धि यज्ञ
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