पलवल ओल्ड जीटी रोड स्थित लायंस भवन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पलवल संपर्क विभाग शाखा की ओर से नव संवत्सर कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें पंचवटी मंदिर के महामंडलेश्वर ऋषि दास महाराज ने हिंदू संस्कृति के अनुसार नववर्ष की विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर गायन और नृत्य कला में प्रतिभाशाली एवं प्रवीण छात्र-छात्राओं को मंच पर पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया

भारतीय संस्कृति के अनुसार चैत्र मास में शुक्ल पक्ष की प्रथमा से नव सम्वत वर्ष का प्रारम्भ होता है। मंगलवार 9 अप्रैल को पहले नवरात्रे से नव वर्ष संवत 2081 का प्रारम्भ होगा। इस दिन को पृथ्वी एवं सृष्टि का प्रकृति दिवस माना जाता है। इसी दिन त्रेता युग में भगवान श्री रामचंद्र जी एवं द्वापर युग के अंत में युधिष्ठिर महाराज का राज्याभिषेक हुआ था। कलयुग में विक्रमादित्य का राज्याभिषेक भी चैत्र मास की प्रथमा के दिन हुआ था। चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य ने विक्रमी संवत की शुरुआत की थी 9 अप्रैल मंगलवार 2024 को नव संवत्सर 2081 का प्रारंभ होगा। यह जानकारी देते पांडव कालीन पंचवटी मंदिर के महामंडलेश्वर तुलसीदास महाराज ने बताया कि चैत्र मास में चारों ओर खुशहाली होती है। पौधों में नए पत्ते और फूल आते हैं। खेतों में फैसले पर लहलहाती है। पशु और पक्षियों का कल रव शोर सुनाई देता है। जबकि अंग्रेजी महीने के अनुसार 1 जनवरी को प्रकृति में ऐसा कहीं पर भी नया जैसा कुछ नहीं होता है। सनातन धर्म और हिंदू संस्कृति के अनुसार चैत्र मास में नए साल की शुरुआत होती है। जो धार्मिक -संस्कृतिक और वैज्ञानिक वैज्ञानिक दृष्टि से नूतन होता है। इसलिए हमें भारतीय संस्कृति के अनुसार चैत्र मास के प्रथम दिन को नववर्ष के रूप में मनाना चाहिए। भारतीय संस्कृति में वेद शास्त्र उपनिषदों और पुराणों में कहीं पर भी मानव मात्र में ऊंच- नीच का कोई भेद नहीं है। इसलिए नव वर्ष के दिन यह संकल्प करना चाहिए कि हमें समाज आपस में किसी भी प्रकार की छुआछात और ऊंच-नीच का भेदभाव नहीं मानेंगे।

आरएसएस जिला संपर्क टीम ऋषि दास महाराज का स्वागत करते हुए
वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के फरीदाबाद विभाग के सह विभाग कार्यवाहक वेद प्रकाश ने भी भारतीय संस्कृति और नव संवतसर वर्ष पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पलवल जिले के सह जिला संघ चालक कंवरपाल सिंह, जिला प्रचारक विमल कुमार, सह नगर संघ चालक नवीन शर्मा, संपर्क टोली के प्रमुख पवन शर्मा, देवेंद्र गुप्ता, दिनेश तायल, पंकज बिंदल, डॉक्टर हरेंद्र पाल सिंह राणा, संजय गूजर, पूर्व प्रिंसिपल महेंद्र गर्ग, पूर्व प्रिंसिपल महेंद्र सिंगला, शिक्षाविद कालीचरण गुप्ता, बलदेव राज चंदा, अजय हंस,सुरेंद्र हंस, शतीश कौशिश आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।