पलवल (आवाज केसरी)। निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू की हुड्डा परिवार को बार-बार ललकार के बाद सिंघु बॉर्डर से आए पंजाब के किसान ने किसानों के धरने पर आए कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा कथा उनके पिता एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा को ललकारते हुए किसानों के बीच टेंट के नीचे रहने का आह्वान किया। कहा हुड्डा साहब क्या तुम्हारे पास में ट्रैक्टर ट्रॉली नहीं है, जाट के पुत्र हो तो जाट बन कर किसानों के साथ तंबू गाड़ कर रहो।
कृषि सुधार कानूनों के विरोध में पलवल में राष्ट्रीय राजमार्ग पर अटोंहा गांव के पास पिछले 48 दिनों से धरना और भूख हड़ताल पर बैठे किसानों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के राज्यसभा सांसद पुत्र दीपेंद्र हुड्डा जब पहुंचे तो दीपेंद्र हुड्डा की सिंघु बॉर्डर से आए पंजाब के किसान ने यह कहकर जमकर लताड़ लगाई क्या हुड्डा जी तुम्हारे पास में ट्रैक्टर ट्रॉली नहीं है। यदि है और आप किसानों के सच्चे हितैषी है तो किसानों के बीच टेंट में आकर रहो और एक जाट के पुत्र हो तो बनकर दिखाओ। उन्होंने कहा कि आपके साथ में आए जितने भी विधायक और चेयरमैन है वे किसानों के किस काम के हैं । दीपेंद्र हुड्डा के साथ तिगांव तथा एनआईटी फरीदाबाद के विधायक ललित नागर और नीरज शर्मा तथा पलवल ,होडल , पृथला, हथीन पूर्व विधायक और उनके परिवार के लोग पलवल से धरना स्थल पर पहुंचे थे।

पंजाब के किसान की ललकार एक कारण हो या अन्य कोई दूसरा कारण राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने यहां पर किसानों को संबोधित करते हुए बार-बार शांति बनाये रखने और अनुशासन की अपील की। दीपेंद्र हुड्डा पंजाब के किसान सरदार सुखवीर सिंह को केवल यह कह पाए कि पहले ही दिन से सिंधु और टिकरी बॉर्डर पर रोहतक और सोनीपत लोकसभा क्षेत्र के लोगों के द्वारा बराबर सहयोग किया जा रहा है।बलराज कुंडू के द्वारा धरना स्थल पर जाकर पतीला में चमचे चलाकर फोटो खिंचवाने की बात पर पर कहा कि बलराज कुंडू को गंभीरता से लेने की कोई आवश्यकता नहीं है।

किसानों के आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी के बारे में कहा कमेटी पर देश के किसानों का भरोसा नहीं है और सही रास्ता केवल सरकार ही वार्ता के जरिए निकाल सकती है। किसानों के आन्दोलन स्थल पर चल रही किसान सभा के दौरान कई बार ऐसे क्षण आये जब मंच पूरी तरह राजनैतिक बन गया और अलग-अलग दलों और गुटों के नेताओं के बोलने और न बोलने देने पर मंच के सामने बैठे किसानों ने अपना विरोध कराया । पूर्व विधायक रघुवीर तेवतिया द्वारा जबरन माइक लेकर बोलने पर मंच का संचालन कर रहे महेंद्र चौहान ने पूर्व विधायक तेवतिया के उस कृत्य और व्यवहार को अनुचित बताते हुए निंदा की । जिसके बाद रघुवीर सिंह तेवतिया काफी देर तक गुस्से में दिखाई दिए। वहीं जब एन आई टी फरीदाबाद के विधायक ने किसान मंच पर रामचरित मानस की कई चौपाइयां और उनके अर्थ बताये तो पूर्व विधायक कारन सिंह दलाल के माथे पर बल दिखाई दिए । वहीं राजनैतिक बात न करने की हिदायतों के बावजूद मंच पूरी तरह राजनैतिक रहा । हालांकि सभी वक्ताओं और राजनेताओं ने खुद को किसान पुत्र बताकर किसानों का हमदर्द बताया । पूर्व मंत्री मोहम्मद इलियास खुद को हिन्दुओं का वंशज बताकर नये सम्बन्ध बनाते दिखाई दिए । किसान सभा में 52 पाल के नेता (पंच) अरुण जेलदार ने अपनी उदारता का परिचय देते हुए झज्जर से आये किसान नेता को माइक देकर बुलवाने का काम किया जिसकी लोगों ने खूब सराहना की । कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता नेताओं में शुमार राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा के कारण किसान आन्दोलन के मंच पर भारी भीड़ थी जो दीपेन्द्र हुड्डा को केंद्र सरकार के खिलाफ आग उगलते हुए सुनना चाहती थी लेकिन दीपेन्द्र हुड्डा जिस तरह रक्षात्मक होकर बोले उसकी भी लोगों में चर्चा रही । दीपेन्द्र हुड्डा से नजदीक से मिलने वाले युवाओं का जोश दीपेन्द्र के व्यक्तिव और प्रभाव को दिखा रहा था जिनके कारण वह काफी देर तक युवाओं के साथ फोटो और सेल्फी कराते रहे ।