Home ताज़ा खबरें जी-20 की इंप्लॉयमेंट वर्किंग ग्रुप की बैठक में बनाएंगे कौशल की वैश्विक...

जी-20 की इंप्लॉयमेंट वर्किंग ग्रुप की बैठक में बनाएंगे कौशल की वैश्विक रणनीति-राज नेहरू

कुलपति श्री राज नेहरू

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू 2 फरवरी से जोधपुर में शुरू होने वाली तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बैठक में लेंगे हिस्सा

पलवल,15 जनवरी (गुरुदत्त गर्ग)। भारत में जी-20 स्मिट की तैयारियां जोरों पर हैं। इसी क्रम में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की बैठकों का दौर शुरू हो गया है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू जी-20 के शेरपा ट्रैक के अंतर्गत आयोजित होने वाली इंप्लॉयमेंट वर्किंग ग्रुप (ईडब्ल्यूजी) की मीटिंग में पैनलिस्ट के रूप में हिस्सा लेंगे। नेहरु को 2 फरवरी से जोधपुर में शुरू होने जा रही इस अंतर्राष्ट्रीय बैठक में आमंत्रित किया गया है। इस बैठक में ग्लोबल स्किल गैप्स पर मंथन होगा। जी -20 के अंतर्गत होने जा रही इस महत्वपूर्ण बैठक में देश-विदेश के विशेषज्ञ सम्मिलित होंगे। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू वैश्विक स्तर पर कौशल एवम् योग्यताओं के सामंजस्य और उनसे संबंधित फ्रेमवर्क विकसित करने की रणनीति पर अपने सुझाव देंगे। इस पैनल में इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन और ऑर्गेनाइजेशन फॉर इकोनोमिक कोऑपरेशन एंड डेवलपमेंट जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के अलावा जी-20 के सदस्य देशों के प्रतिनिधि व भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के अधिकारी भी शामिल होंगे।

[the_ad id='25870']

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू ने कहा कि जी-20 के तहत यह बहुत महत्वपूर्ण मीटिंग होने जा रही है। इसमें होने वाले मंथन के आधार पर वैश्विक स्तर पर कौशल के सामंजस्य और विकास को लेकर रणनीति तैयार होगी। उन्होंने कहा कि भारत को एक अत्यंत महत्वपूर्ण आयोजन की मेजबानी मिली है। इस आयोजन से जी -20 के सभी सदस्य देशों को लाभ होगा। देश और दुनिया से जुटने वाले विशेषज्ञ आर्थिक विकास और मानवीय आयामों को और अधिक कुशल व सुदृढ़ बनाने पर मंथन करेंगे।

कुलपति राज नेहरू ने कहा कि जोधपुर में हो रही इंप्लॉयमेंट वर्किंग ग्रुप की बैठक बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें कौशल विकास और उसके विविध आयामों पर चिंतन- मंथन होगा। कौशल विकास को लेकर श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के वैशिष्ट्य को बैठक में साझा किया जाएगा। इसके अलावा उद्योग और शिक्षा के बीच सामंजस्य स्थापित कर किस तरह से कौशल का विकास किया जा सकता है और इससे रोजगार के नए सृजन हो सकते हैं, इन विषयों पर भी विचार होगा। राज नेहरू ने कहा कि कौशल में नवाचार के समावेश पर विशेष केंद्र रहेगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here