Home कारोबार बाज़ार में पुलिस का सेवा-सुरक्षा-सहयोग अथवा गुंडागर्दी ?

बाज़ार में पुलिस का सेवा-सुरक्षा-सहयोग अथवा गुंडागर्दी ?

पलवल,(आवाज केसरी) । पलवल में पुलिसकर्मी खुद अपने मुंह पर मास्क लगाएं या ना लगाएं लेकिन किसी दूसरे को बिना मास्क स्वीकार नहीं कर सकते हैं | कोरोना काल के संकट के समय में लोगों को सबक सिखाने के लिए पुलिस कर्मी दुकानदारों का ऐसे मौके पर दुकान में घुसकर जबरदस्ती चालान काटते जरूर नजर आ रहे हैं  जिस समय या तो दुकानदार खाना खाने की तैयारी कर रहा होता है या जिसने पानी पीने के लिए अपने मुंह से मास्क हटा लिया होता है ।जानकारी के अनुसार ऐसे कुछ पुलिसकर्मी ऐसे ही मौके की ताक में रहते हैं कि  कब दुकानदार अपने मुंह से मास्क हटाएं और उस दुकानदार का अपने मोबाइल पर फोटो खींचकर दुकानदार पांच सौ रूपये का चालान काटा जाए।

बिना मास्क का जबरन चालान काटने पर मंदी रोड पर दुकानदारों ने किये हंगामा

ऐसा ही एक मामला पलवल के अलावलपुर चौक मंडी रोड पर देखने को मिला जब बिना वैधानिक अधिकार पत्र लिए तीन पुलिसकर्मी मंडी रोड के दुकानदारों के पास में जाते हैं और जाकर दुकानदारों का फोटो खींचते और फोटो खींच कर उनसे पांच सौ रूपये  का चालान वसूला जाता है ।दिनेश कुमार ,रोहित मित्तल, हरीश आदि दुकानदारों ने बताया कि कुछ पुलिसकर्मियों ने बाजार में आतंक मचा हुआ है जैसे ही किसी दुकानदार का गलती से मास्क चेहरे से हटता है तुरंत पुलिस कर्मी दुकानदार का फोटो खींचकर उसका चालान काट देते हैं। दुकानदारों द्वारा विरोध किए जाने पर उक्त पुलिसकर्मी दुकानदारों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। गौरतलब है कि कोरोनावायरस को भी महामारी के दौरान प्रदेश सरकार ने मुंह और नाक  को ढक कर रखना अनिवार्य कर दिया है। सार्वजनिक स्थान पर बिना मास्क के  रहने वाले व्यक्ति का ₹500 का चालान काटने का प्रावधान भी  किया है।

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जबरन काटी गई चालान की फर्जी जिसे दुकानदारों ने बताया फर्जी

   लेकिन ₹500 का चालान केवल किसी भी संस्थान का मुखिया ही काट सकता है इसमें पुलिस थानों के प्रभारी, सिविल हॉस्पिटल के एसएमओ अथवा सीएमओ , नगर परिषद के सचिव अथवा कार्यकारी अधिकारी तथा इसी तरह अलग-अलग विभागों के मुखियाओं को ₹500 का चालान काटने का अधिकार दिया गया है । लेकिन देखा जा रहा है कि बिना अधिकारिक अधिकार पत्र के भी कुछ लोग  बाजारों में जाकर दुकानदारों के तथा  अन्य सार्वजनिक स्थानों पर जाकर लोगों का चालान काटने का काम कर रहे हैं ।

दुकानदारों द्वारा पकडकर बिठाये पुलिस कर्मी को गाडी में बिठाकर ले जाते पुलिस अधिकारी

चालान काटने का विरोध किए जाने पर अलावलपुर चौक स्थित मंडी रोड पर दुकानदारों और तथा पुलिस कर्मचारियों के बीच काफी तीखी बहस भी हुई। उक्त पुलिस कर्मियों द्वारा ना तो मांगने पर भी अपना परिचय पत्र दिखाया था और ना ही उन्होंने अपनी वर्दी पर नेम प्लेट लगाई हुई थी। दुकानदारों ने इकट्ठा हो करके उक्त तीनों  पुलिसकर्मियों को अपने घेरे में लेने के बाद वहीं पर पकड़ कर बिठा लिया। और कैम्प थाना प्रभारी को फोन करके फर्जी पुलिस कर्मियो द्वारा चालान2 के रूप में कई जा रही जबरन लूट की जानकारी दी। थाना प्रभारी से बात होने के बाद   चार पुलिस कर्मी वहां पर भेजे गए । बताया गया की ये चारों किठवाड़ी नाका से गए थे। ये चारों पुलिस कर्मी अपने तीन साथियों को छुडाने के लिए गए थे । लेकिन  जो पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे उनमें से किसी ने भी अपने चेहरे पर फेस मास्क नहीं लगाया हुआ था। किसी के भी पास चेहरे पर मास्क नहीं था। दुकानदारों ने उन पुलिसकर्मियों की वीडियो और फोटो लेनी शुरू की तब उन पुलिसकर्मियों ने अपने चेहरे को गले में पड़े हुए गमछे से मुंह  ढकने का प्रयास किया । ये पुलिस कर्मी वहां से बहुत जल्दी में  वहां से खिसक लिए।

पीड़ित दूकानदार दिनेश कुमार

उसके बाद पलवल कैम्प थाने की एक और गाड़ी मौके पर पहुंची जिसमें सब इंस्पेक्टर लक्ष्मीनारायण ,सहायक सब इंसपेक्टर संजय कुमार आदि प्रमुख अधिकारी बैठे हुए जिन्होंने पहले दुकानदारों के द्वारा घेरकर कर घेर कर बिठाए गए उन तीन पुलिसकर्मियों को अपनी गाड़ी में बिठाया जिन पर दुकानदारों का जबरन चालान काटने का आरोप लगाकर पकड़कर बिठा लिया था। उसके बाद ये भी  दुकानदारों से पुलिसिया अन्दाज में दुकानदारों से बात करते हुए  कर वहां से आरोपित पुलिस कर्मियों को वहां से  ले गए। बाद में जानकारी मिली कि पलवल के विधायक दीपक मंगला ने मौके पर पहुंचकर दुकानदारों से बात की और दुकानदारों को आश्वासन दिया कि वह इस तरह दुकानदारों को तंग करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ उचित कार्रवाई कराएंगे ।

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