पलवल न्यू सोहना रोड स्थित पंचवटी कॉलोनी में भगवान परशुराम धर्मशाला के सामने एक बिल्डिंग के तीसरे फ्लोर के फ्लैट में लगी भयंकर आग से घर का सामान जलने से फ्लैटइन रह रहे परिवार को लाखों रुपये का नुकसान हो गया। आग से फ्लैट में गैस का एक सिलेंडर फटने से आसपास के घरों में रहने वाले लोग भी सहम गए। गनीमत रही आग फ्लैट के पिछले हिस्से में लगी रही। जिससे घर में मौजूद सभी पांच सदस्य सामने दरवाजे बाहर निकलकर सीढ़ीयों से नीचे उतर गए और आग से अपनी जान बचा ली।
पलवल पंचवटी कॉलोनी में तीन मंजिला बिल्डिंग के तीसरे फ्लोर पर लगी आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियों के साथ पहुंचे दमकल ने मौके पर पहुंचकर बड़ी मशक्कत से आग पर काबू पाया था। पलवल शेखपुरा निवासी आरिफ अली पुत्र मजीद पिछली महीने 21 तारीख से ही अपनी पत्नी दो बेटी और दो बेटों को लेकर फ्लैट में रहना शुरू किया था। अभी उन्हें यहां रहते बीस दिन ही हुए थे कि यह हादसा हो गया। आरिफ ने बताया किअगले महीने की 26 तारीख को उसकी बड़ी बेटी की शादी है । जिसके लिए परिवार की तैयारियां चल रही थी। दो घण्टे पहले ही बाजार से शॉपिंग करके आए थे। वह पत्नी व बेटियों को फ्लैट पर छोड़कर निधि हॉस्पिटल चला गया था जहां पर पीआरओ का काम करता है। बच्चों से फोन पर मिली सूचना कब बाद घर पर आया तो देखा घर में रखे कपड़े- बेटे की सुनने की मशीन और अन्य सामान भी जल गए हैं। मामले की गम्भीरता और आग लगने से स्पष्ट कारणों का पता नहीं चल पाने के कारण मौके पर फोरेंसिक एक्सपर्ट को जांच के लिए बुलाया गया।
पीड़ित आरिफ और उसकी बेटियों का कहना है कि आग नीचे के फ्लैट से या ग्राउंड फ्लोर से लगते हुए ऊपर पहुंची थी। जैसे ही बच्चों को आप का पास हुआ तुरंत सभी लोग शोर मचाते हुए नीचे सड़क पर खुले में आ गए। उन्होंने आरोप लगाया जिस समय उनके फ्लैट में आग लगी हुई थी तब किसी की भी हिम्मत नहीं हुई कि ऊपर फ्लैट में लगी आग को बुझाने के प्रयास करते। जबकि उन्होंड लोगों1 से कहा ऊपर घर में पानी स्टोर है।

आरिफ की पत्नी व बेटियां-इशिका और सोफिया आदि
वहीं फर्नीचर कारखाने और गोदाम के मालिक भूपेंद्र और सन्नी ने बताया कि वह सड़क पर फर्नीचर का सामान गाड़ी में लोड करवा रहे थे तभी उन्हें ऊपर दुआ दिखाई दिया जिसके बाद उन्होंने शोर मचाया था। नीचे ग्राउंड फ्लोर पर फ्लैट में उनका थोड़ा बहुत फर्नीचर था उसे तुरंत निकलवाया ताकि फ्लैट में आग ज्यादा न भड़के और नुकसान भी कम हो।