पलवल, (आवाज केसरी) । महाभारत कालीन पंचवटी धाम के श्री महंत ऋषि कुमार दास ने बताया कि सैकड़ों वर्षों की तपस्या व लंबे संघर्ष के बाद अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण की बेला निकट आते ही अयोध्या ही नहीं, वरन पूरे विश्व का हिंदू समाज आनंदित है।
पीएम मोदी करेगें शिलान्यास
पांच अगस्त को मंदिर निर्माण के शुरूआत की नींव रखी जाएगी, इस दौरान भूमि पूजन के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे।

श्री महंत ऋषि कुमार दास ने बताया कि अयोध्या को भव्य व दिव्य बनाया जा रहा है। इसके लिए अयोध्या नगरी को पीतांबरी ओढ़ाई जा रही है, भूमि पूजन से पहले अयोध्या नगरी को पीले रंग में रंगकर शुभता का संदेश दिया जा रहा है। महंत जी ने बाताया कि पंचवटी मंदिर को नई नवेली दुल्हन की तरह से सजाया जायेगा। प्रात काल से ही कीर्तन शुरू हो जायेगा। दोपहर के समय में पूजा अर्चना का आयोजन किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि कई सदियों बाद एक ऐसा सपना साकार होने जा रहा है जिसके लिए लाखों लोगों ने अपनी जिंदगियां खपा दीं और लाखों लोगों ने अपने प्राणों को न्योछावर कर दिया सिर्फ ये दिन देखने के लिए कि अयोध्या में एक न एक दिन भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा। आज की पीढ़ी बहुत ही सौभाग्यशाली है जिसे श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण देखने का सौभाग्य प्राप्त होगा। आज की पीढ़ी गर्व से कह सकती है कि हमने भव्य राम मंदिर की एक-एक ईंट को लगते देखा है। सबसे ज्यादा सौभाग्य की बात है कि आज की पीढ़ी कह सकती है कि हमने अपने आराध्य राम को टेंट के मंदिर से भव्य राम मंदिर में विराजमान होते देखा है। ये दिन देखने के लिये ना जाने कितनी पीढ़ियों ने संघर्ष किया होगा और न जाने कितने रामभक्तों ने अपना लहू बहाया होगा। आज ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जैसे वनवास पूरा करके मर्यादा पुरुषोतम प्रभु श्रीराम अपने घर को लौट रहे हैं।
05 अगस्त 2020 को प्रस्तावित श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण भूमि पूजन में कोरोना महामारी के चलते सिर्फ कुछ ही प्रमुख लोग शामिल होंगे।

श्रीराम भक्त शिवकुमार ने बताया कि इस भूमि पूजन कार्यक्रम में आम जनमानस की उपस्थिति कोरोना महामारी के चलते निषेध है। बेशक लोग इस महत्वपूर्ण और गर्व से भरे हुये पल के साक्षी न बन पायें लेकिन राम अनादि से अनन्त तक हैं और समस्त विश्व के राम भक्त राम में ही समाये हुए हैं। मंदिरों में कीर्तन और पूजा अर्चना का आयोजन होगा। साथ ही उन्होंने बताया कि घरों में देशी घी के दीपक जगाये जाएंगे। राम भक्तों के लिये भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने से ज्यादा भव्य राम मंदिर बनने की अनुभूति और प्रसन्नता है। क्योंकि भव्य राम मंदिर का निर्माण ही हमें सैंकड़ों वर्षों की दासता के दंश से मुक्त करेगा।

श्री राम भक्त अनूप पाराशर का कहना है कि भगवान श्री राम चन्द्र जी समस्त सनातन धर्म के आदर्श पुरुष और इष्टदेवता हैं। भगवान राम को सनातन धर्म में सर्वोपरि स्थान दिया गया है। कई सदियों से बड़े दुख और शर्म की बात रही कि जिन भगवान राम का उनके जन्मस्थान अयोध्या में भव्य राम मंदिर होना चाहिए था, वहां पर उन्हें कई सदियों तक अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़नी पड़ी। अयोध्या में रामजन्म भूमि विवाद एक राजनीतिक, ऐतिहासिक और सामाजिक-धार्मिक विवाद है, जो कि सैंकड़ों वर्ष पुराना विवाद था। कल पीएम मोदी के द्वारा भव्य राम मंदिर की आधारशिला रखी जा रही है। सभी हिंदुओं के बड़ी खुशी की बात है, पूरे देश में दिवाली की तरह राम जी का स्वागत होगा।
उतमजी