पलवल (आवाज केसरी) पलवल पंचायत समिति के नियमित बैठक अचानक स्थगित किए जाने के बाद ब्लॉक समिति के सदस्यों ने बीडीपीओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और बीडीपीओ पर मनमानी करने , तानाशाही तथा लोकतंत्र की हत्या करने के आरोप लगाए। शुक्रवार 21 अगस्त को पलवल ब्लॉक समिति की आवश्यक बैठक ब्लॉक समिति कार्यालय में बुलाई गई थी लेकिन बीडीओ ने ब्लॉक समिति के अध्यक्ष द्वारा दिए गए एक पत्र का हवाला देते हुए ब्लॉक समिति की मीटिंग को स्थगित कर दिया। जिस पर ब्लॉक समिति के सदस्यों ने बीडीपीओ के इस निर्णय का जमकर विरोध किया और लोकतंत्र की हत्या करार दिया।

ब्लॉक समिति के सीनियर मेंबर राजकुमार ओहलियान ने बीडीओ के इस निर्णय पर पंचायती राज एक्ट 1994 का हवाला देते हुए ब्लॉक समिति के चेयरमैन की अनुपस्थिति में वाइस चेयरमैन की अध्यक्षता में बैठक कराने का हवाला दिया ।लेकिन बीडीपीओ ने उनकी इस मांग को अनसुना कर दिया । राजकुमार ओलिहान ने पंचायती राज एक्ट 1994 के नियम 70 का हवाला देते हुए यह भी बताया की बीडीओ को बैठक स्थगित करने का अधिकार तब तक नहीं है जब तक सदन के सदस्य बहुमत से स्थगन आदेश को पारित न कर दें ।

गौरतलब है कि पलवल ब्लॉक समिति में 30 मेंबर है जिसमें से 24 सदस्य आज की बैठक में उपस्थित हुए थे। बावजूद इतने सदस्यों के बीडीपीओ कुलदीप सिंह द्वारा ब्लाक समिति की अति आवश्यक बैठक को स्थगित कर दिया गया। बताया गया कि ब्लाक समिति के चेयरमैन प्रेम प्रेमचंद शर्मा ने बीडीपीओ को ब्लॉक समिति की इस बैठक को स्थगित करने के पीछे कारण बताया कि उसका साला बहुत बीमार है। जिसका इलाज करने के लिए उसे हॉस्पिटल लेकर के जाना था ।
लेकिन ब्लॉक समिति के मेंबरों को वीडियो का यह आदेश तथा ब्लाक समिति के चेयरमैन प्रेमचंद शर्मा का बैठक को स्थगित करने का यह कारण पसंद नहीं आया । जिसका उन्होंने सदन के अंदर ही नारेबाजी कर अपना विरोध जताया। इस अवसर पंचायत समिति की वाइस प्रेसिडेंट गीता देवी ने कहा की उन्हें पिछले सवा चार वर्ष में एक बार भी सदन की अध्यक्षता करने का मौका नहीं मिला है आज मौक़ा था वह भी छीन लिया गया ।