लड़ाई बीमारी के खिलाफ है बीमार से नहीं
पलवल 30 जुलाई आवाज केसरी ) ।सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने जानकारी देते हुए बताया कि अगर कोई भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव आता है तो उसके कांटेक्ट को भी ट्रेस किया जाता है। इसके आलवा एंटीजन टेस्टिंग भी इस अभियान के दौरान लगातार किया जा रहा है। पलवल जिले में अभी तक 17 हजार से ज्यादा टेस्ट हो चुके है, जो लोग इनमें से पॉजिटिव से मिल रहे है या वह लोग जिनमें बहुत कम लक्षण दिखाई देते है। उन्हें सरकार की गाइडलाइन्स के अनुसार घर में ही होम आइसोलेट किया जा रहा है और दिन में दो बार हमारे चिकित्सक की टीम कांटेक्ट में रहती है।
सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि हमारे जिले में सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों में लगातार एंटीजन टेस्टिंग चल रही है और वॉलनरेबल सर्वे किया गया है, जिसमे 6 हजार 500 बीमार व कमजोर लोगों को आइडेंटिफाई किया गया ताकि उनको कोविड संक्रमण से बचाया जा सके और पुलिस विभाग के माध्यम से फ्रीक्वेंट ट्रैवलर को आइडेंटिफाई किया गया है तथा उन्हें कहा गया है कि वे हफ्ते में अपनी जांच कराएं ताकि उनके साथ-साथ उनका परिवार भी सुरक्षित रहे। उन्होंने कहा की हम खुद जागरूक होकर मास्क का प्रयोग करें व समय-समय पर हाथ धोएं और जब जरुरी हो तभी घर से बाहर निकले। किसी के भी संपर्क में आने से बचें।
सिविल सर्जन ने कहा कि अस्सी प्रतिशत से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज आसानी से घर पर ही रहकर रोग-मुक्त हो सकते है। यदि आपके घर या पड़ोस में कोई कोरोना संक्रमित मरीज है तो घबराएं नहीं। अस्सी प्रतिशत से अधिक कोरोना मरीजों में लक्षण लगभग न के बराबर होते है। ऐसे मरीज अपने घर पर ही आसानी से ठीक हो सकते है। अधिक जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.एचएआरवाईएएनएएचईएएलटीएच.जीओवी.आईएन पर जाएं।
इनके लिए है गृह एकांतवास
जिन मरीजों के घर पर विशेषकर उनके लिए अलग कमरा हो तथा परिवार के अन्य सदस्यों के रहने के लिए अलग सुविधा हो। मरीजों की देखभाल करने वाला व अन्य नजदीकी संपर्क में आने वाले व्यक्ति हाइड्रोक्लोरोक्वीन दवाई का चिकित्सकीय सलाह से सेवन कर सकें। जो मरीज अपने मोबाइल फोन पर आरोग्य-सेतु एप का इस्तेमाल कर सकें। जो मरीज अंडरटेकिंग देने के लिए तैयार हो कि वह घर पर रहने के दौरान स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन के सभी दिशा-निर्देश का पालन करेंगे।
कब समाप्त करें गृह एकांतवास
लक्षण शुरू होने से 17वें दिन के बाद जबकि पिछले दस दिन में बुखार न हुआ हो और दसवे दिन दी गई आरटी-पीसीआर जांच में कोरोना रहित हो।
कब करें स्वास्थ्यकर्मी से संपर्क
जब भी बुखार हो या सांस लेने में कठिनाई, छाती में दर्द या दवाब, मानसिक असमंजस, चेहरे या होठो पर नीलिमा इत्यादि की शिकायत हो।
मरीज के लिए निर्देश
हमेशा ट्रिपल लेयर मास्क पहने व हर आठ घंटे में इसे बदलें। मास्क को गीला होने पर तुरंत बदले व 1 प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइट घोल में धोकर निस्तारण करें। एकांतवास के अंत तक अपने कमरे में ही रहें। अपना निजी शौचालय ही इस्तेमाल करें। नियमित गर्म पानी व चाय एवं पौष्टिक तथा संतुलित भोजन ही खाएं। छींकते या खांसते समय रुमाल व कोहनी का इस्तेमाल करें। अपने हाथ नियमित रूप से साबुन-पानी या अल्कोहल युक्त सेनेटाइजर से साफ करें। रोगी अपने कमरे में ही भोजन करे। अपने बर्तन, बिस्तर व तौलिया आदि अलग रखें। मदिरा सेवन व ध्रुमपान से बचें। अपना मोबाइल फोन भी अलग रखें। मरीज के लिए दवाईयां डॉक्टर की सलाह के बिना न लें।
कोरोना से डरने की नहीं अपितु लडऩे की है जरुरत : डा. ब्रह्मदीप
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