पलवल, (आवाज केसरी) । जैंदीपुरा मोहल्ले में किसी शरारती तत्व ने एक मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा के पास मीट(मांस) फेंक दिया जिससे लोगों की धार्मिक भावनाओं को काफी ठेस पहुंची है। इस घटना के बाद क्षेत्र के लोगों में काफी तनाव और रोष बना हुआ है। और तनाव के कारण किसी भी समय पक्षों में विवाद खड़ा हो सकता है।
हनुमान मंदिर के पास कई लोगों ने अवैध रूप से मीट बेचने की दुकानें खोली हुई है। यूं तो पूरे प्रदेश में खुले में मीट बेचने पर पाबंदी लगाई हुई है, लेकिन पलवल नगर परिषद ने विशेष रूप से एक प्रस्ताव पारित कर पलवल नगर परिषद क्षेत्र को शाकाहार क्षेत्र घोषित किया हुआ है। और पूरे शहरी क्षेत्र में कहीं पर भी मीट की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाकर अवैध घोषित किया हुआ है। लेकिन इसके बावजूद भी पलवल में जगह- जगह मांस विक्रेताओं की अवैध रूप से दुकानें खुली हुई है,और यह लोग खुले में पशुओं का वध करते हैं और वध करके दुकानों में खुले में लटका देते हैं। इन्हीं में से किसी एक शरारती दुकानदार ने बीती रात दुकान का बचा हुआ मीट का अवशेष मंदिर के प्रांगण में फेंक दिया।

मंदिर के पुजारी के द्वारा सुबह जब मंदिर का ताला खोला तो उन्होंने देखा कि मंदरि परिसर में हनुमान जी की प्रतिमा के बिल्कुल पास काले रंग की पॉलिथीन में भरकर फेंके गए मास के टूकड़े मन्दिरमें बिखरे पड़े हुए थे। उन्होंने बताया कि वह मांस मछली,मुर्गे के अवशेष है इससे लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है। जिसने भी इस काम को किया यह काम बहुत ही गलत किया है।
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि मंदिर के बिल्कुल पास आधा दर्जन से अधिक लोगों ने अपनी मांस बेचने की दुकान खोली हुई है और वहीं पर यह लोग पशुओं का वध भी करते हैं। पुलिस और प्रशासन का इन लोगों के ऊपर कोई प्रभाव नहीं है, यह लोग या तो इतने प्रभावशाली हैं कि पुलिस और प्रशासन इनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले सकता है। या फिर पुलिस और प्रशासन के लोग इन लोगों से अवैध रूप से सेवाएं अथवा पैसे लेकर इन लोगों को अवैध गतिविधियों को बंद नहीं कराते हैं।

स्थानिय लोगों में बबली प्रधान का कहना है कि मंदिर के पास जो भी मांस की दुकानें है वह सभी दुकाने बंद होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मंदिर नें अंदर शरारती तत्व के द्वारा वारदात को अंजाम दिया गया है उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
आपकों बता दें कि हथीन गेट चौकी के बिल्कुल पास भी मांस की आधा दर्जन दुकाने खुली हुई है। दुकानों के दरवाजे पर पशुओं का वधकरके मांस को लटका कर रखा जाता है,जो पुलिस के कर्मचारियों और अधिकारियों को दिखाई नहीं देता है। इसके पीछे जरूर कुछ ना कुछ कारण होंगे..?

पुलिस का रोल
हथीन गेट चौकी इंचार्ज टीम के साथ पहुंचकर मौके का जायजा लिया। मंदिर परिसर के अन्दर पुलिस के सामने ही लोगों में तना – तना होने लगी। पुलिस लोगों से बात – चीत कर वहां से रवाना हो गई। अब यह तो समय बताएगा कि पुलिस मांस बेचने वाले दबंग लोगों के खिलाफ कार्रवाई करती है या नहीं लेकिन लोगों में इस घटना से काफी रोष बना हुआ है जो दो पक्षों में झगड़े का कारण भी बन सकता है।
वहीं हथीन गेट पुलिस चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर इंद्राज सिंह ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि इस मामले में कोई भी व्यक्ति शिकायत लेकर ही नहीं आएगा। यह मामला वहीं समाप्त हो जाएगा । मीट बेचने वालों के खिलाफ कोई बोलने के लिए तैयार नहीं होता है ऐसे में पुलिस करें भी तो क्या करें ।