नूंह,(आवाज केसरी) । उपायुक्त धीरेन्द्र खडग़टा ने मंगलवार को बताया कि जिला में बाजरा तथा धान की फसलों की खरीद के लिए मंडियों में खरीद केंद्रों को निर्धारित कर दिया गया है। किसानों को फसलों की बिक्री में किसी भी प्रकार की कोई भी समस्या नहीं आने दी जाएगी। इसके लिए जिले में विशेष प्रबंध किये गये हैं।
उपायुक्त ने कहा कि खरीफ फसलों की खरीद के लिए जिला तैयार है। बाजरा व धान की फसल की खरीद जिला में पांच स्थानों (मंडियों, खरीद केंद्रों) पर की जाएगी। इनमें नूंह, तावडू़, पिनगवां, पुन्हाना और फिरोजपुर-झिरका शामिल हैं। इन मंडियों एवं खरीद केंद्रों में बाजरा किसान अपनी बाजरा की फसल को बेच सकते है।
उन्होंने कहा कि मंडियों में फसल खरीद के दौरान विभिन्न प्रकार की व्यवस्थाएं सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए अधिकारियों की डयूटियां भी निर्धारित की। उन्होंने खरीद ऐजेंसियों से कहा कि फसल खरीद के कार्य में किसी प्रकार की देरी एवं कोताही नही होनी चाहिए। अनाज मंडियों में बिजली, पीने का पानी, शौचालय, बारदाना व अन्य आवश्यक प्रबंध हर हाल में पूरे होने चाहिए।
उपायुक्त ने सभी मंडियों, खरीद केंद्रों में खरीफ फसलों की खरीद के लिए हर प्रकार के प्रबंध पुख्ता करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 कोरोना वायरस से बचाव के लिए भी सभी बंदोबस्त किये जायें। मंडियों व खरीद केंद्रों में मास्क तथा सैनेटाईजर की व्यवस्था की जाए। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग की अनुपालना भी अनिवार्य रूप से की जाए। पेयजल तथा सफाई इत्यादि की व्यवस्था भी बेहतरीन होनी चाहिए।
जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक सीमा शर्मा ने बताया कि बाजरा व धान की खरीद के लिए किसानों के लिए सभी प्रकार के प्रबंध कर लिए गए है। उन्होंने बताया कि उपायुक्त द्वारा जिले की प्रत्येक मंडी में शिकायत निवारण समिति बना दी गई है। किसानों को किसी प्रकार की समस्या होती है तो वह शिकायत निवारण समिति में दर्ज करा सकते है। उन्होंने बताया कि किसानों को मंडी में फसल लाने के लिए गांव व दिनांक वाईज रोस्टर बनाया गया है। उन्होंने कहा कि इस बारे में किसानों को सूचित कर दिया जाएगा कि किस दिन अपनी फसल मंडी में लेकर आनी है।
उन्होंने बताया कि फसलों को सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिए सभी अनाज मंडियों में तमाम तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। मंडियों में किसानों को फसल बेचने में किसी प्रकार कोई परेशानी आडे नही आने दी जाएगी। इस बार दो खरीद ऐजेंसियां हैफेड, एचडब्ल्यूसी एजेंसियां फसल खरीद का कार्य पूर्ण करेंगी।