पलवल,(आवाज केसरी) । पलवल के हथीन सरकारी अस्पताल के स्टाफ नर्स (मेल) प्रवेश ने डॉक्टर व स्टाफ के अन्य सदस्यों से परेशान होकर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे उसके परिजनों ने आरोपी डॉक्टर और अन्य की गिरफ्तारी के लिए अस्पताल में धरना दिया। चिकित्सा अधिकारी व पुलिस अधिकारियों के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ और परिजन पोस्टमार्टम के बाद शव को लेकर चले गए। पुलिस ने डा.गजय समेत पांच के खिलाफ केस दर्ज किया है। मृतक का सुसाइड नोट भी पुलिस को मिला है।
हथीन थाना प्रभारी जसवीर सिंह ने बताया कि पलवल के वार्ड नंबर 24 निवासी सुभाष ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि उसका भांजा जिला जयपुर (राजस्थान) के मोहनपुरा निवासी प्रवेश हथीन के सरकारी अस्पताल में स्टाफ नर्स (मेल) के पद पर कार्यरत था। प्रवेश उनके पास पलवल ही रहता था और यहीं से रोजाना ड्यूटी पर जाता था। 19 मार्च को उसके भांजे प्रवेश और कर्मचारी विरेंद्र के साथ अस्पताल के डॉक्टर गजय व कमल ने झगड़ा किया था।
23 को हुआ था झगड़ा
झगड़े की शिकायत 23 मार्च को हथीन थाना पुलिस में दी थी। जिस पर हथीन थाना पुलिस ने 24 मार्च को दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई थी। प्रवेश ने उन्हें बताया था कि हथीन अस्पताल का डॉक्टर सेवली गांव निवासी डॉ. गजय, किशोरपुर निवासी कमल, चपरासी सोहनलाल व अनील, अस्पताल का बिजली मैकनिक साबिर उसे बार-बार परेशान कर उसके साथ झगड़ा करते है और जान से मारने की धमकी देते है। जिनसे वह काफी परेशान है और सीएमओ हथीन डॉ. विजय कुमार को भी इसकी शिकायत दी लेकिन उसने भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
सुभाष ने कहा है कि एक अप्रैल को देर रात करीब 1.30 बजे उसके पास हथीन अस्पताल से स्टाफ के सदस्यों का फोन आया कि प्रवेश की तबियत ज्यादा खराब है। आप जल्दी जिला नागरिक अस्पताल पलवल पहुंच जाओ। वह 2-3 लोगों के साथ अस्पताल पहुंचा तो देखा की प्रवेश की मौत हो चुकी थी। उसने कहा कि मेरे भांजे की मौत के जिम्मेदार डॉ. गजय, कमल, सोहनलाल, साबिर व अनिल हैं। क्योंकि उक्त लोग ही मेरे भांजे को परेशान कर धमकी देते थे।
प्रवेश ने मृत्यु से पहले एक सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें उक्त सभी को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। सुसाइड नोट को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने पीडित की शिकायत पर उक्त सभी आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
गिरफ्तारी को लेकर हुआ हंगामा
जिला नागरिक अस्पताल में शनिवार को सुबह परिजन व कर्मचारी एकत्रित हो गए और आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर हंगामा करने लगे। हंगामें की सूचना मिलने पर एसएमओ हथीन डॉ. विजय कुमार, डीएसपी यशपाल खटाना व रतनदीप बाली पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने परिजनों को आश्वासन दिया कि सरकार की तरफ से मिलने वाली सभी मद्द उन्हें दिलाई जाएंगी और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जिसके बाद मामला शांत हो गया और परिजन शव को लेकर चले गए।