पलवल (आवाज केसरी) । नागरिक अस्पताल पलवल में वैक्सीन का टीका लगवाने वाले निजी अस्पताल संचालक डा. एस.एम. बागला, डा. नरेंद्र कुमार अरोड़ा, डा. अनिल मलिक, डा. वी.पी. गुप्ता, डा. वीना व डा. चिम्पा ने अपना अनुभव सांझा करते हुए ब्रांड एम्बेसडर के रूप में काम करते हुए अन्य जिला वासियों को प्रोत्साहित करने का काम कर रहे हैं । जिला सिविल सर्जन डॉ ब्रह्म्दीप ने बताया सबसे पहले कोरोना वैक्सीन गुडिय़ा सफाई कर्मचारी को लगाई गई। नागरिक अस्पताल पलवल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. अजय माम, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. योगेश मलिक और औषधाकारक गोपाल ने भी वैक्सीनेशन ली। मंगलवार को आठ स्थानों पर कोविड वैक्सीनेशन का कार्य किया गया, जिनमें दूधौला, नांगलजाट, शहरी पीएचसी, सत्यसाईं अस्पताल, कोट, हथीन व सिहोल शामिल हैं।
सिविल सर्जन ने बताया कि गुरुग्राम से आई वैक्सीन की डोज को नागरिक अस्पताल पलवल स्थित डी वी एस चैन स्टोर में रखा गया। उन्होंने बताया कि टीकाकरण के प्रथम चरण में 4 हजार 300 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई जाएगी। टीकाकरण के लिए गठित टीमों को प्रशिक्षण देने के साथ ही दो चरणों में ड्राई-रन के माध्यम से पूर्व अभ्यास किया गया। वहीं दूसरे और तीसरे चरण में क्रमश: फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं तथा 50 साल से अधिक आयु के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। इसके बाद अन्य आम लोगों को वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी। वैक्सीनेशन के लिए पहचान पत्र दिखाना अनिवार्य होगा। पहचान पत्रों में आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी के साथ कोई भी पहचान पत्र दिया जा सकता है। कोई व्यक्ति बिना पंजीकरण के कोरोना वैक्सीन नहीं प्राप्त कर सकता है। एक बार टीकाकरण होने के 28 दिन बाद दूसरा टीका लगेगा। टीकाकरण होने के बाद भी मास्क व शारीरिक दूरी का पालन करना जरूरी होगा। कोरोना वायरस पंजीकृत कर्मियों के नाम से ही आएगी। यदि कोई कर्मी कोरोना वैक्सीनेशन के समय पर अनुपस्थित रहता है तो उसके स्थान पर दूसरे कर्मी को वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी।
जानें : कोरोना वैक्सीन टीका लगवाने वालों ने कहां किया अनुभव साझा
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