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जानें अवशेष प्रबन्धन की जिला प्रशाशन की क्या है योजना ?

पलवल, 04 सितंबर (आवाज केसरी) ।
उपायुक्त नरेश नरवाल ने बताया कि जिला पलवल के गांव असावटा, छज्जूनगर, मांदकोल, खजूरका, लुलवारी, बाता, सनौली, बडौली, मीरपुर कौराली, रायदासका, लिखी, कौंडल व फाटनगर में संबधित ग्राम पंचायत व पंजीकृत कृषक सोसाईटियों एवं कॉपरेटिव सोसाईटियों को कृषि एंव किसान कल्याण विभाग द्वारा चालित ईन सीटू फसल अवशेष प्रंबधन योजना के तहत 80 प्रतिशत अनुदान पर कस्टम हायरिंग सेन्टर स्थापना के लिए 07 सितंबर 2020 सांय 5 बजे तक सहायक कृषि अभियन्ता के कार्यालय में ऑफलाइन आवेदन जमा करवा सकते है।
उन्होंने बताया कि आवेदन पत्र के साथ सोसाइटी का पंजीकरण प्रमाण-पत्र, पैन कार्ड, बैंक खाता का विवरण व शैड से संबंधित दस्तावेज जमा करवाने जरूरी है। इन गांवों सें संबधित अभी तक कोई भी प्रार्थना पत्र प्राप्त नही हुआ है व इन गांवों में पहले कोई कस्टम हायरिंग सेंंटर मौजूद नही है इसीलिए यह मौका दिया जा रहा है। सरकार द्वारा किसानों को पराली न जलानें से रोकने के लिए रैड व औरेंज जोन से संबंधित गांव व अन्य गांव, जिनमें कस्टम हायरिंग सेंटर नही है या कम है वहां इस वर्ष सीएचसी स्थापित करने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे है। इन गांवों से संबंधित इच्छुक प्रार्थी इस अवसर का लाभ अवश्य उठाएं।
उपायुक्त ने बताया कि जिन किसानों ने इस स्कीम में व्यक्तिगत व सीएचसी के लिए 21 अगस्त 2020 तक आवेदन किया है उन लाभार्थियों का चयन कोविड-19 से सुरक्षा के लिए 11 सितंबर 2020 को कम्प्यूटर या ऑनलाईन लॉटरी ड्रा द्वारा एनआईसी सेंटर के सहयोग से जिला स्तरीय कार्यकारी समिति की मौजूदगी में किया जाएगा। किसानों को चयन उपरांत सूचना कार्यालय के बाहर सूची या मोबाईल पर सदेश भेजकर दी जाएगी।

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