एमडीयू द्वारा आज प्रदेश के सभी कालेजों के प्रधानाचार्यों से विडियो कोन्फ्रेंस कर 15 सितम्बर से होने वाली पीजी कक्षाओं की परीक्षाओं सम्बन्धि हिदायतें और दिशानिर्देश जारी किये हैं |
पिछले पांच महीनों से लोक-डाउन का दंश झेल रहे उच्चतर माध्यमिक शिक्षण संस्थानों की मायूसी अभी समाप्त नहीं हुई है, हालांकि प्रदेश सरकार द्वारा जारी दिशा –निर्देशों के अनुसार सभी कालेजों में ऑन-लाइन दाखिले शुरू हो गये हैं | आज हमने पलवल के सरस्वती महिला कालेज में दाखिलों और परीक्षा सम्बन्धि तैयारियों का जायजा लिया | यह भी पाया की ऑन लाइन पढ़ाई ना तो बच्चों को रास आ रही है और ना ही शिक्षकों को, ऑनलाइन पढ़ाई केवल खाना पूर्ती है जो बच्चों को समझ नही आ रही है |

पलवल के सरस्वती महिला कालेज में जहां पर तीन हजार से ज्यादा पढाई करती है वहां पर लॉक –डाउन के चलते वीरानी छाई हुई मिली | दाखिला प्रक्रिया शुरू होने के बावजूद कालेज में मात्र आधा दर्जन लडकियाँ ही मिल पाई | जिन्होंने बताया ऑनलाइन पढ़ाई बिलकुल समझ नही आ रही है |

कॉलेज की दाखिला नोडल अधिकारी श्वेता छाबड़ा ने बताया की इस साल दाखिला प्रक्रिया बहुत कठिन बना दी गई है | पहले जहां बच्चे कालेज परिसर में आकर दाखिले कराते थे लेकिन अब केवल ऑनलाइन दाखिले की कराए जा रहे हैं वह भी 22 सितम्बर तक ही हो पायेंगे उसके बाद जो भी गाइडलाइंस मिलेंगे उनका पालन करना पड़ेगा | उन्होंने ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया में आने वाली कठिनाइयों और बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी देते हुए कहा की दाखिला फॉर्म अपलोड करते समय ध्यान देना चाहिए की प्रत्येक मार्कशीट अलग –अलग उसी कालम में होनी चाहिए जिसमें मांगी गई है,जैसे दसवी की दसवी के कालम में और बारहवी की बारहवी के कालम में | इसी तरह सिग्नेचर ठीक से जाँच करके मांगे गये कालम में अपलोड किये हुए हों तथा कालेज के प्राथमिकता कालम में सोच-समझकर भरना चाहिए ऐसा नहीं होना चाहिए की कालेज की प्राथमिकता कोई और हो और कैफे वाले के कहने से कोई दूसरा भर दिया जाए | हालांकि कालेज प्राथमिकता वेरिफिकेशन के समय गलती को दुरुस्त किया जा सकता है |

सरस्वती महिला कालेज की प्रिंसिपल अनीता कौशिक ने बताया की नये सेशन के लिए 11 सितम्बर तक अलग-म अलग फेकल्टी में दौ सौ बहत्तर दाखिले ऑनलाइन हो चुके हैं | इसके अलावा गत वर्ष प्रथम और द्वितीय वर्ष में पढने वाली छात्राओं को सेकेण्डईयर और फाइनल ईयर में चढा दिए गये हैं | उन्होंने माना की ऑनलाइन कक्षाएं लगाई जा रही है लेकिन यह तरीका कक्षाओं में बैठकर कराई जाने वाली कक्षाओं का मुकाबला नही कर सकता है | ऑनलाइन के अलग अलग कई इश्यु है बच्चों के अलग इश्यु में और शिक्षको के अलग हैं |
कालेज में दाखिले के लिए बहन के साथ कालेज पहुंची छात्रा ने बताया की उन्हें ऑनलाइन पढ़ाई बिलकुल भी समझ नही आ रही है |
सरस्वती महिला कालेज प्रिंसिपल अनीता कौशिक ने शुक्रवार को पोस्ट ग्रेजुएट की परीक्षाओं की जानकारी देते हुए बताया की 15 सितम्बर से परीक्षाएं शुरू हो रही है इसके लिए एमडीयू की तरफ से ऑनलाइन मीटिंग में शामिल होकर आई हूँ | बताया गया की 15 परीक्षार्थियों पर एक पर्यवेक्षक नियुक्त होगा, परीक्षार्थी कैमरे के सामने ए –फोर सीट पर अपने घर से ही परीक्षा देंगे | जिसका प्रश्नपत्र समय से पांच- छ मिनट पहले प्रिंसिपल के पास और दो मिनट पहले परीक्षार्थी के पास पहुच जाएगा जिससे वह उसे अपने पास डाउन-लोड कर सके | एक्साम में पहले जहां पांच से सात प्रश्न हल करने होते थे वहा अब केवल तीन प्रश्न हल करने होने जिसके लिए समय दो घंटे का होगा और उसके बाद आधा घंटा हल किये गये प्रश्नों की उत्तरपुस्तिका की पीडीएफ फ़ाइल बनाकर कालेज वेबसाईट पर अपलोड करनी होंगी|