पलवल,30 अगस्त (गुरूदत्त गर्ग) । करनाल में पुलिस क द्वारा किसानों पर किये गये लाठीचार्ज भाजपा सरकार के लिए सरकार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी। बीते शनिवार को जिस प्रकार से करनाल पुलिस के हरियाणा के किसानों पर लाठीचार्ज किया गया यह अपने आप में बहुत ही शर्मनाक और लोकत्नत्र की हत्या करने वाला घिनोना कार्य है। आम आदमी पार्टी जिला पलवल के अध्यक्ष कौशल ततारपुर ने कहा की लोकतंत्र में आवाज उठाना सभी नागरिको का अधिकार है और कोई भी सरकार और प्रशासन नागरिक के लोकतान्त्रिक अधिकारों का हनन नहीं कर सकता है। उन्होंने करनाल में पुलिस के द्वारा किसानो पर किये गए लाठी चार्ज की घोर निंदा करते हुए कहा की भाजपा के सरकार में नागरिक के लोकतान्त्रिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है। करनाल में जो भी कुछ हुआ इसको आसानी से भुलाया नहीं जा सकता है और सरकार के द्वारा किये गए काम की इतिहास में भी निंदा की जाएगी।
कौशल ततारपुर ने कहा की जिन तीन कृषि कानूनों की वापसी को लेकर किसान पिछले 9 महीने से धरने पर बैठे हैं सरकार को इन कानूनों की वापसी को लेकर संसद बुला कर चर्चा करनी चाहिए व् तीनो कानूनों को वापिस कर एम् एस पी का कानून बना कर देश के अन्नदाता को सम्मानित करना चाहिए। हमें और हमारी सरकारों को यह कतई नहीं भूलना चाहिए की कोरोना महामारी के दौरान जब सब कुछ बंद पड़ा था सारे उद्योग धंधे बंद पड़े थे और देश के आर्थिक पहिया रुक गया था तब किसान की बदौलत ही देश में नकद पैसा बाजार में आया था और उसी से देश का आर्थिक पहिया घूमना शुरू हुआ था।
कौशल ततारपुर ने कहा की देश का किसान देश का गौरव है जो देश की अर्थव्यवस्था में रिड की हड्डी का कार्य करता है। हमें और हमारी सरकारों को देश के किसान का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा की प्रदेश के मुख्यमंत्री को उस अधिकारी के खिलाफ भी कठोर से कठोर कार्यवाही करनी चाहिए जिसने तालिबानी फरमान सुनते हुए किसानो के सर फोड़ने और गर्दन तोड़ने के आदेश पुलिस को दिए थे | सूबे के मुखिया को प्रदेश के किसानो से अपने इस कृत्य के लिए माफ़ी मांगनी चाहिए।