पलवल (गुरुदत्त गर्ग)। पिछले दिनों पलवल घोड़ी गांव के पास हाई टेंशन तार की चपेट में आए तीसरे व्यक्ति की मौत के बाद गुस्साई भीड़ ने पलवल- अलीगढ़ स्टेट हाईवे पर चांदहट थाने के पास शव को रखकर रोड जाम कर दिया। गुस्साए ग्रामीण तीनों व्यक्तियों की मौत मामले में प्रशासनिक उपेक्षा का आरोप लगाते हुए बिजली विभाग तथा सरकार से कंपनसेशन की मांग की थी । जिस पर ग्रामीणों ने 8-8 लाख रुपए के तीन चैक तथा मृतकों के तीन युवकों को सरकारी नौकरी का आश्वाशन मिलने पर करीब तीन घण्टे बाद शव को हटाकर जाम खोल दिया। इस दौरान माहौल का तनावपूर्ण और हंगामे वाला रहा था।

गत 10 दिसंबर 2023 दोपहर के समय चांदहट गांव निवासी तीन लोग बुलेट मोटरसाइकिल से छांयसा की ओर जा रहे थे ।जैसे ही वे घोड़ी गांव के सरकारी स्कूल पास पहुंचे तभी तीनों लोगों के ऊपर 11 केवीए हाई वोल्टेज तार टूट कर गिर गई थी। जिसके कारण बच्चु और सत्तो (पति और पत्नी) दो लोगों की वहीं जिंदा जल जाने मौत हो गई थी। तीसरा व्यक्ति 26 वर्षीय दीपक जिसे काफी गंभीर हालत में उपचार के लिए जिला अस्पताल से फरीदाबाद स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया।

कई घंटे की मशक्कत के बाद बिजली विभाग के कार्यकारी अभियंता कुलदीप अत्री पुलिस विभाग अधिकारियों की मध्यस्थता में बिजली विभाग की पॉलिसी के अनुसार कंपनसेशन देने के लिए तैयार हुए जिस पर पीड़ित परिवार के लोगों को तीन लोगों की मौत पर 8-8 लाख रुपए के तीन चैक उनके परिजनों को सौंप दिए। लगभग इतनी ही राशि के तीन चेक 15 दिन के अंदर देने का आश्वासन दिया। साथ ही दीपक के इलाज पर हुए खर्च का भुगतान भी बिजली विभाग की तरफ से दिलाए जाने का आश्वासन दिया और मृतकों के परिवार के तीन युवकों को हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत नौकरी लगाए जाने का भी आश्वासन दिया गया।
11 केवीए हाई टेंशन तार टूटने से हादसे के शिकार हुए मृतकों के परिजनों ने बताया कि दीपक के इलाज पर कुल मिलाकर लगभग 36 लाख रुपए खर्च हुए हैं,और इसके लिए पीड़ित परिवार की जमीन और जेवरात भी बेचने पड़ गए। इलाज के दौरान उन्हें किसी तरह की प्रशासनिक मदद नहीं दी गई। यहां तक की उनके बुजुर्गों ने पलवल के विधायक दीपक मंगला के पैरों में पड़कर मदद की गुहार लगाई थी , लेकिन फिर भी सरकार की तरफ से कोई मदद पीड़ित परिवार को नहीं मिली। जिस पर चांदहट गांव के लोगों ने पलवल अलीगढ़ रोड जाकर शव को थाने के पास रखकर जाम लगा दिया था। स्टेट हाईवे पर लगे जाम को खुलवाने के लिए और ग्रामीणों को समझने के लिए दो डीएसपी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थे। लेकिन उनके समझाने पर भी ग्रामीणों ने जाम को नहीं खोला उसके बाद डीएसपी दिनेश यादव ने लोगों को सरकार की बिजली विभाग की पॉलिसी का हवाला देते हुए बिजली विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाकर पीड़ित परिवार को 8-8 लाख रुपए की चैक मौके पर दिलवाए। आधी राशि के चैक मिलने और नौकरी व इलाज पर हुए खर्च हुई राशि के भुगतान का आश्वाशन मिलने के बाद ग्रामीणों ने जाम को खोला। जाम खुल जाने के पश्चात भी यातायात को सुचारु करने में 1 घंटे का वक्त लग गया।