पलवल, 26 दिसम्बर। जिला उपायुक्त नरेश नरवाल के मार्ग दर्शन में तथा जिला आयुष अधिकारी जसवीर सिंह अहलावत के निर्देशानुसार आयुष विभाग पलवल द्वारा जिले में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव मनाया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन विभिन्न चरणों में 20 से 25 दिसंबर तक किया गया। इस कार्यक्रम के तहत दीप प्रज्वलन, श्लोक उच्चारण, गीता व्याख्यान, ध्यान एवं योग शिविर व संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

जिला आयुष अधिकारी जसवीर अहलावत ने बताया कि श्रीमद्भागवत गीता संपूर्ण मानव जाति को मोह आदि विकारों से दूर रहकर कर्तव्य पथ पर अग्रसर रहने की शिक्षा देती है। वर्तमान समय में भी इस पवित्र ग्रंथ की प्रासंगिकता सार्वभौमिक है। श्रीमद्भागवत गीता हमें कर्म फल की चिंता न करते हुए निरंतर कर्म करते रहने का संदेश देती है। डा. सतीश शर्मा नोडल अधिकारी आयुष विभाग पलवल ने बताया कि श्रीमदभगवतगीता में ज्ञान योग, कर्म योग और भक्ति योग की विस्तृत व्याख्या मिलती है। यह ग्रंथ हमें बताता है कि मनुष्य को कर्म को ही अपना धर्म समझना चाहिए। गीता को जीवन में अर्थ पूर्वक अंगीकार कर लेने से अनेक प्रकार के मनो विकारों से बचा जा सकता है। गीता हमें निष्काम कर्म योग करने की शिक्षा देती है।
इस कार्यक्रम में योगाचार्य रामजीत ने आर्य समाज मंदिर होडल में ध्यान व योग शिविर, श्लोक उच्चारण, संगोष्ठी का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में हेमदत्त शास्त्री जिला कोऑर्डिनेटर, हरियाणा योग परिषद, नेतराम शास्त्री प्रभारी आर्य समाज होडल, भारत स्वाभिमान न्यास से हेतराम व रामअवतार तथा ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय संस्थान, युवा भारत स्वाभिमान न्यास, पतंजलि महिला योग समिति के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने सहयोग किया। आयुष विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी बढ़-चढक़र हिस्सा लिया तथा श्रीमद्भगवद्गीता को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।