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कृषि बिल को लेकर भारत बंद, प्रदेश सरकार तैयार, पढिये पूरी रिपोर्ट

आवाज केसरी
गृह मंत्री अनिल विज

चंडीगढ़, (आवाज केसरी) । तीन कृषि बिलों के विरोध की सियासत के बीच एक बार फिर से किसान संगठनों औऱ नेताओं ने भारत बंद का समर्थन किया है, साथ ही अपने जिलाध्यक्षों को इस संबंध में दिशा निर्देश भी जारी कर दिए हैं। हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन की ओऱ से भारत बंद हरियाणा  बंद का नारा भी दे दिया गया है। भाकियू इस बारे में बाकी रणनीति का एलान गुरुवार को करेगी। उधर, प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज ने एक बार फिर से साफ कर दिया है कि लोकतंत्र में शांतिपूर्ण ढ़ंग से धरने प्रदर्शन का अधिकार सभी के पास में है। लेकिन कोरोना की चुनौती को ध्यान में रखते हुए राज्य में कोई भी नेशनल हाइवे अथवा स्टेट हाइवे जाम नहीं होना चाहिए।

 इससे पहले अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आहवान पर भारत बंद किया जा रहा है। इस क्रम में हरियाणा में भी किसान संगठनों से साथ आने की अपील की गई थी। इसमें काफी संख्या में किसानों के संगठन शामिल हैं। हरियाणा को लेकर भी संगठन औऱ किसान नेताओं ने बंद को सफल बनाने की रणनीति तैयार कर ली है। भाकियू और बाकी किसान नेताओं ने एक बार फिर से भारत बंद को समर्थन का एलान कर दिया है।

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भारत बंद हरियाणा बंद

भाकियू नेता सरदार गुरनाम सिंह चढूनी और मीडिया प्रभारी राकेस बेंस ने बताया कि 25 को होने वाले प्रदर्शन को वे समर्थन करेंगे, भारतव्यापी यह प्रदर्शन भी कृषि बिलों के विरोध में हो रहा है। भारतीय किसान यूनियन प्रदेशाध्यक्ष चढूनी ने कहा कि किसानों के हकों को लेकर वे अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। हमने इसे भारत बंद हरियाणा बंद का नाम दिया है।

इस काम में सभी जिला अध्यक्षों व बाकी पदाधिकारियों की डयूटी लगा दी ताकि अपने अपने जिलों में सहयोग करें। चढूनी और बेंस ने कहा कि कुछ स्थानों पर रास्तों को जाम किया जाएगा, सुबह दस बजे शाम के चार बजे तक। उन्होंने कहा कि 25 सितंबर को भारत बंद का वे समर्थन करते हैं, आगे की रणनीति का एलान गुरुवार को कर देंगे। केंद्र की ओर से 3 अध्यादेश लाए गए हैं, जो किसानों के हित में नहीं है। पूरे देश के किसान सड़कों पर हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य, किसान कर्जा मुक्ति को लेकर पूरे देश में किसान आंदोलन चल रहे हैं, जिसमें प्रदेश का किसान भी भागीदारी कर रहा है।

 लोकदल की विरोध प्रदर्शन की मुहिम रहेगी जारी : अभय चौटाला

 वहीं इनलो नेता और विधायक अभय चौटाला का कहना है कि इनेलो 24 से सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन की रणनीति पहले ही तैयार कर चुका है। हम कृषि से जुड़े 3 नए कानूनों और पीपली में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ यह आंदोलन चला रहा है। इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेगी, जिसके लिए प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी की ओऱ से सभी जिला प्रधानों को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

जिलेवार प्रदर्शनों का कार्यक्रम भी घोषित कर दिया गया है। 25 को अंबाला व 26 को कुरुक्षेत्र, 28 को करनाल, 29 को सोनीपत, 30 को पलवल, एक अक्तूबर को मेवात में नूंह, 3 अक्तूबर को झज्जर, 5 अक्तूबर को सिरसा, 6 अक्तूबर को फतेहाबाद, 7 अक्तूबर को कैथल, 8 अक्तूबर जींद, 9 अक्तूबर को हिसार और 10 अक्तूेबर को भिवानी में प्रदर्शन होंगे।

 शांतिपूर्ण ढ़ंग से धरना प्रदर्शन करना अधिकार : विज

प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज ने 25 के बंद को लेकर कहा है कि लोकतंत्र में संविधान ने सभी को शांतिपूर्वक अपनी बात रखने, धरना प्रदर्शन करने का अधिकार दिया है। इसीलिए उन्हें अपनी बात रखने का अधिकार है लेकिन राज्य में कोरोना महामारी के काल में कोई भी नेशनल औऱ स्टेट हाइवे बंद करने का अधिकार किसी को नहीं देंगे। अनिल विज ने साफ कर दिया है कि राज्य में सभी जिलों के उपायुक्तों औऱ पुलिस अधीक्षकों को हमने पहले ही इस संबंध मे तैयार रहने के लिए कहा है। विज ने कहा कि जिला उपायुक्त औऱ एसपी प्रदर्शन करने वालों को शांति के साथ में अपनी बात रखने का आग्रह करेंगे क्योंकि कानून हाथ में लेने व शांतिव्यवस्था भंग करने की इजाजत किसी को नहीं हैं।

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