एमवीएन विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षांत समारोह में महामहिम राज्यपाल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर मेधावी विद्यार्थियों को बांटी डिग्री
पलवल, 07 जनवरी (गुरुदत्त गर्ग )। देश में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। हरेक क्षेत्र में महिलाएं पुरूषों के मुकाबले आगे बढ रहीं है। देश में महिला सशक्तिकरण अत्यंत आवश्यक है, जिससे महिलाएं आगे बढें और अगर महिलाएं आगे बढेंगी तो देश व समाज और परिवार भी आगे बढेगा। यह वक्तव्य हरियाणा के राज्यपाल बडांरू दत्तात्रेय ने एमवीएन विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि हरियाणा में महिलाओं के लिए सभी जिलों में महिला विश्वविद्यालय, महाविद्यालय स्थापित किए गए हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा महिलाओं को कॉलेज जाने के लिए हरियाणा रोडवेज बसों में निशुल्क सुविधा मुहैया कराई गई है। विद्यार्थियों को जीवन भर पढते रहना चाहिए। विद्यार्थी चाहे जितना भी पढ लिखकर आगे बढे और वह अगर विदेश में भी जाता है तो अपनी मातृभूमि को हमेशा याद रखे।

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने एमवीएन विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह में मेधावी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि जीवन में पढाई का महत्व कभी भी समाप्त नहीं होता। पढाई के साथ-साथ हम सभी को सामाजिक कार्यों में भी अपनी अहम भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे यह जानकर बडी खुशी हुई है कि इस विश्वविद्यालय के द्वारा सामाजिक कार्य जैसे बेटी बचाओ-बेटी पढाई, नशा मुक्ति, वृक्षारोपण आदि में बढ-चढकर भाग लिया जाता है। उन्होंने कहा कि स्किल डेवलेपमेंट के द्वारा विद्यार्थी डिग्री लेने के बाद केवल नौकरी लेने वाले न बनकर दूसरे लोगों को भी रोजगार देने वाले बनें। इसी के तहत प्रधानमंत्री ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालाय की स्थापना की है, जिसमें हजारों युवा कौशल विकास कर रोजगार व स्वरोजगार की दिशा में निरंतर अग्रसर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थी ऐसी सोच रखें ताकि अपने साथ-साथ समाज व प्रदेश का भी नाम रोशन हो। अंग्रेजी भाषा को सीखें परंतु अंग्रजी के गुलाम ना बनें। अपनी मातृभाषा को अधिक महत्व दें। इसी के मद्देनजर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई शिक्षा नीति के तहत देश में तकनीकी व मेडिकल कोर्स को अपनी मातृभाषा में करने का निर्णय लिया है, ताकि ग्रामीण आंचल के युवा इन कोर्सों को हिंदी भाषा में पढकर आगे बढ सकेंगे। उन्होंने कहा कि आज का युग तकनीकी का है। आज देश सूचना प्रौद्योगिकी तकनीक में बहुत आगे बढ चुका है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि बंडारू दत्तात्रेय ने उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थी एवं उनके अभिभावकों को बधाईयां दी। उन्होंने कहा की भविष्य में आप जो भी करे उसमे आदर्श बने। उन्होंने कहा की मुझे बहुत खुशी है कि उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में छात्राएं भी काफी है। उन्होंने उच्च शिक्षा की भी जिक्र करते हुए कहा की आजादी के बाद से निरंतर विश्विद्यालय बढ़ रहे हैं फिर भी आबादी को देखते हुए अभी और विश्वविद्यालय को खोले जाने की जरूरत है। उन्होंने नैतिक मूल्यों, नई खोज, तकनीक विकास पर भी जोर दिया।
एमवीएन विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षांत समारोह का शुभारंभ हरियाणा के महामहिम राज्यपाल श्री बडारू दत्तात्रेय ने दीप प्रज्जवलित करके किया। इस अवसर पर उपायुक्त नेहा सिंह, पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल, कुलाधिपति संतोष शर्मा, कुलपति डॉक्टर जे.वी. देसाई, उपकुलपति एनपी सिंह, डायरेक्टर जे.पी. गौर, एसडीएम डा. चिनार मौजूद रहे।
दीक्षांत समारोह में महामहिम राज्यपाल ने मेधावी छात्र और छात्राओं को उपाधि से विभूषित किया। इस अवसर पर 15 अनुसंधान विद्वान गीता महलावत, गिरीश कुमार, मीनू भाटी, संजय, मोहित कोटनाला, माधुरी, रूबी मित्तल, सरस्वती, नरेश कुमार, दीपू सिंह, प्रिया, नीता, प्रियंका सिंह, संदीप, हरिंदर शर्मा को विद्या चिकित्सक की उपाधि प्रदान की गई एवं अन्य 350 मेधावी छात्र एवं छात्राओं को अभियांत्रिकी, प्रबंधक, विज्ञान, वाणिज्य, विधि, कंप्यूटर अनुप्रयोग, कृषि विज्ञान और भेषज विज्ञान आदि संकायों की उपाधि प्रदान की गई। महामहिम राज्यपाल द्वारा शैक्षणिक उत्कृष्ठ प्रदर्शन के लिए 3 छात्रों क्रमश: अंकुर चौहान को एमबीए, कल्पना को बीफार्मेसी और योगिता को डी-फार्मेसी स्वर्ण पदक एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
एमवीएन विश्वविद्यालय की प्रबंधक संचालक कांता शर्मा ने महामहिम राज्यपाल का स्वागत अभिवादन करते हुए व विद्यार्थियों को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा की एमवीएन विश्वविद्यालय की शुरुआत स्वर्गीय गोपाल शर्मा ने जिस सपने को लेकर की थी, वह साकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे अनेकों विद्यार्थी राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों में कार्यरत हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति डा. जे.वी. देसाई ने कहा की एमवीएन एजुकेशन सोसाइटी की स्थापना 1983 में हुई और उसी को क्रम में आगे बढ़ाते हुए ग्रामीण क्षेत्र में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 2012 में एमवीएन विश्वविद्यालय की स्थापना की गई। उन्होंने बताया की एमवीएन विश्वविद्यालय शिक्षा के साथ साथ समाज के उत्थान के लिए समय समय पर स्वास्थ्य, कानूनी, एवं कृषि संबंधित जागरूक कैंप का आयोजन भी करता है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. राजीव रतन ने मुख्य अतिथि, समस्त प्रशासन, मीडिया, समस्त शिक्षक एवं गैर शिक्षकों व अभिभावकों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर जे.पी. गौर, सीता कालरा, डा एनपी सिंह, डा. सचिन गुप्ता, डा. तरुण विरमानी, डा. राहुल वाष्र्णेय, डा. कुलदीप, डा. मयंक चतुर्वेदी, डा. आलोक श्रीवास्तव, देवेश भटनागर, महेश धनु, बबीता यादव, दया शंकर, संजय शर्मा एवं समस्त अध्यापकगण मौजूद रहे।