राजनीति कीलें बिछाने और कांटे निकालने का खेल
एक महीने में कैसे बदल गए हालात : दस दिन और कत्ल की रात बाकी है।
26 सितंबर पलवल (गुरुदत्त गर्ग) 25 जुलाई को भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की थी। जिसमें पलवल, हथीन और होडल के उम्मीदवारों के नामों को को देख हर किसी ने यह कहा था कि भारतीय जनता पार्टी ने पलवल जिले की तीनों सीटें कांग्रेस को थाली में परोसकर दे दी हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव में पलवल जिले तीनों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के तीनों प्रत्याशी जीते थे। होडल से जगदीश नायर, हथीन से प्रवीण डागर और पलवल से दीपक मंगला 2019 में विधायक बने थे। समझा जाता था भाजपा अपने तीनों विधायकों को ही फिर से चुनाव लड़ाने के लिए टिकट देगी। लोग पलवल की सीट पर दीपक मंगला को सबसे मजबूत प्रत्याशी मानते थे। और लोगों को विस्वास था मंगला की टिकट नहीं कटेगी। इसी प्रकार होडल में जगदीश नायर को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एवं पांच बार विधायक रहे उदयभान के मुकाबले में सबसे मजबूत कैंडिडेट माना जा रहा था।
हां हथीन में जरूर प्रवीण डागर के स्थान पर केहर सिंह रावत का नाम लोगों की जुबान पर चल रहा था। जो 2019 से चुनाव से छह महीने पहले इनैलों के विधायक पद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए थे। लगता था भाजपा केहरसिंह रावत को अपना प्रत्याशी घोषित करेगी। लेकिन पलवल जिले के तीनों ही मौजूदा विधायकों की टिकट काटकर नए प्रत्याशी भाजपा घोषित किए ।
होडल से घोषित किए गए हरेंद्र रामरतन का नाम देखने के पश्चात हर एक व्यक्ति ने कहा था कि उदयभान के मुकाबले हरेंद्र बहुत कमजोर है और होडल से उदयभान प्रदेश कोंग्रेस अध्यक्ष के नाते बड़ी आसानी से जीत हासिल कर लेंगे। और यहां तक भी कहां जा रहा था कि कांग्रेस पार्टी की सबसे पहली जीत उदयभान के रूप में होडल से होगी। लेकिन राजनीति में दूसरों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए कीलें बिछाने और कांटे निकालने के खेल के चलते चौ.उदयभान होडल हारने की स्थिति में है।
यहां से हरेंद्र को जिताने और उदयभान को हराने में पूर्व मंत्री हर्ष कुमार की सबसे बड़ी भूमिका रहेगी। हर्ष कुमार मानते हैं कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने उन्हें हथीन से कोंग्रेस की टिकट नहीं लेने दी है। जिसके कारण हर्ष कुमार ने अपनी नाराजगी दोनों पार्टियों की टिकटों की घोषणा से पहले ही जाहिर भी कर दी थी और कहा था कि यदि मुझे हथीन से कांग्रेस पार्टी का टिकट नहीं मिला तो मैं होडल में कोंग्रेस (चौधरी उदयभान) का खेल बिगड़ने का काम करूंगा। और हथीन से किसी भी अन्य प्रत्याशी का सहयोग नहीं करूंगा।
संभावनाओं और अपने पूर्व इरादे के अनुसार चौधरी हर्ष कुमार ने अपने राजनीतिक कांटे निकालने के लिए हथीन से घोषित प्रत्याशी चौधरी इसराइल का विरोध करते हुए वहां से भाजपा के प्रत्याशी मनोज रावत का समर्थन कर दिया है। और कांग्रेस पार्टी प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान के जीत की राह में कीलें बिछाकर चौधरी हरेंद्र रामरतन का खुलकर सहयोग करना शुरू कर दिया है। जिससे हथीन में चौधरी इजराइल का और होडल में चौधरी उदयभान चुनाव हार जाएं।
दिखाई दे रहे मौजूदा हालात में हथीन से चौधरी इसराइल खान अपना चुनाव हारेंगे और होडल से चौधरी उदयभान भी चुनाव हारेंगे ऐसा राजनीतिक विश्लेषक बता रहे हैं।

वही पलवल में भी चौधरी करण दलाल के मुकाबले गौरव गौतम को बहुत ही कमजोर उम्मीदवार माना गया था और लोगों का कहना था कि गौरव गौतम तो दिन के 11:00 बजने से पहले ही चुनाव हार जाएगा। लेकिन आज जो स्थिति दिखाई दे रही है उससे लगता है गौरव गौतम चुनाव जीतेगा। क्योंकि करण दलाल के द्वारा पिछले 25-30 वर्षों में लोगों को यातनाएं और टीस दी थी। इस चुनाव में उन सब का बदला लेने का समय आ गया है। हालांकि गौरव गौतम को पलवल के भाजपा के सबसे मजबूत नेता दीपक मंगला का सहयोग नहीं मिल रहा है। उसके बावजूद भी गौरव गौतम यहां से चुनाव जीतेगा यह लोगों ने कहना शुरू कर दिया है। दीपक मंगला पलवल को छोड़कर रोहतक में पार्टी का चुनाव कर रहे हैं। लोगों का कहना है मंगला अपने पैरों पर ही कुल्हाड़ी मारने का काम कर रहे हैं।
इस प्रकार पलवल जिले की जो तीनों ही सीटें कांग्रेस की झोली में आसानी से जाती दिखाई दे रही थी। उनमेंसे दो सीटों को भारतीय जनता पार्टी जीत रही है। लेकिन अभी वोटिंग में दस दिन बाकी हैं। राजनीति में कौन कब किसी के लिए धारदार कीलें बिछा दे और कौन अपना कांटा निकाल दे कुछ नहीं कहा जा सकता है।