विधायक दीपक मंगला गाडियों को झंड़ी देते हुए

पलवल, (आवाज़ केसरी) । पलवल के विधायक दीपक मंगला द्वारा पलवल नगर परिषद द्वारा घर -घर से कूड़े को इकठ्ठा कर उसे डंपिंग स्टेशन पर डालने वाली 10 गाड़ियों को झंडी दिखाकर रवाना किया गया। लेकिन इस दौरान नगरपरिषद की बड़ी खामीयां सामने आई है,  नगर परिषद की सफाई का टेंडर छोड़ने के 22 दिन बीतने के बाद जो गाड़ियां लगाई गई हैं वे सेक्सन 35 के तहत छोडे गये टेंडर की शर्तों के अनूरूप नही हैं । टेंडर के अनुसार कूड़े उठाने वाली सभी गाड़ियों में हाइड्रोलिक जेक तथा  जीपीएस सिस्टम लगे होने चाहिए लेकिन हाईड्रोलिक जेक और जीपीएस सिस्टम तो दूर की बात इन गाड़ियों में कईयों पर तो नम्बर प्लेट तक भी नहीं है ।

 पलवल विधायक द्वारा झंडी दिखाकर रवाना की गयी कूड़ा उठाने वाली इन गाड़ियों की हालात को देखकर साफ़ जाहिर होता है की ये गाड़ियां केवल खाना पूर्ति के लिए ही किराये पर ली गई है । पुरानी  गाड़ियो पर पेंट कराकर उन्हें उद्घाटन के लिए खड़ा कऱ दिया गया ताकि दिखने में ठीक लगें जबकि ज्यादातर गाड़िया बिलकुल कंडम बताई जा रही हैं । इन गाड़ियों में न तो हाइड्रोलिक जैक है और न ही जीपीएस है। यहां तक की  कुछ गाड़ियों पर तो नंबर प्लेट तक भी नहीं है। यहां तक की गाड़ियों में कूड़े को ढकने के लिए कोई व्यवस्था भी नहीं।

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   पलवल नगर परिषद नियमों को ताक पर रखकर टेंडर के नियमों की अनदेखी कऱ रहा है। म्युनिसिपल एक्ट के तहत बिना ढके कूड़े डालने पर प्रति चक्कर 100 रुपये का जुर्माना नगर परिषद द्वारा किया जाना चाहिए लेकिन  पलवल में खुलेआम बिना ढके कूड़ा डम्पिंग स्टेशन में डालने के लिए भेजा जा रहा है और अभी तक किसी भी गाडी पे एक पैसे का जुर्माना नहीं वसूला गया है । पलवल शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं जिससे तरह –तरह की बीमारियाँ लोगों फ़ैल रही है । हालात इस तरह के बने हुए हैं की लोगों में कोविड -19 के अलावा किसी नई महामारी का भय बना हुआ है ।

  स्वच्छता अभियान के तहत सेक्शन 35 के तहत छोड़े टेंडर के अनुसार शहर के सभी वार्डों से हर रोज  घर- घर जाकर कूडा एकत्रित किया जाना है । टेंडर के अनुसार यदि किस कॉलोनी से कूडा नही उठाया जाता है तो एक दिन का 2500 रूपये जुर्माने का प्रावधान है और यदि किसी कॉलोनी से दो दिन कूडा नहीं उठाता है तो सम्बन्धित एजेंसी से पांच हजार रूपये का जुर्माना वसूला जाएगा । लेकिन 22 दिन की देरी से शुरू किये जा रहे कार्य के लिए शहर के 31 वार्डों के लिए मात्र दस ही गाड़ियां लगाई गई हैं वे भी टेंडर की शर्तों पर खरी नहीं उतर रही हैं ।

      जैसा की शहर में जगह जगह लगे  गंदगी के ढेरों से साफ़ है की यहां  पर पिछले लम्बे समय से  नगरपरिषद द्वारा कूड़ा नहीं उठाया गया है।  जिससे पलवल की जनता परेशान है।  ईमानदार और तेज-तर्रार  शहरी निकाय  मंत्री अनिल विज के महकमे से लाखों रुपए के घोटालों की बू आ रही है।  समाज सेवी ललित मित्तल ने आरोप लगाते हुए प्रदेश के शहरी निकाय मंत्री से  घोटालों की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है ।

नगर परिषद के जेइ दिगंबर, समाज सेवी ललित मित्तल, विधायक दीपक मंगला

  जब इस बारे में पलवल नगर परिषद के जेइ दिगंबर से बात की तो वो इन सभी आरोपों को नकारते दिखे लेकिन तस्वीरों में आप साफ़ -साफ़ देख सकते हैं की इन गाड़ियों में क्या क्या खामियां है हालाँकि उन्होंने स्वीकार किया की खुले में कूड़ा लेकर डालने वाले वाहनों व् ठेकेदारों पर कोई जुरमाना नहीं किया गया और वो कैमरे पर साफ़ -साफ़ झूठ बोलते दिखाई दिए ।

  वहीं इस मामले में जब  पलवल के विधायक दीपक मंगला से बात की तो उन्होंने बताया की इस मामले की जांच होगी और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जरुतक पड़ी तो ठेकेदार का टेंडर भी केंसिल किया जायेगा | लेकिन वहीं पर लोगों का कहना था कि उनके चेहरे से साफ़ झलक रहा था की वह कुछ छिपाने का प्रयास रहे हैं  और  नगर परिषद की अनियमितताओं को नजरअंदाज कर रहे हैं।

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