रोडवेज डिपो में मलेरिया का लार्वा मिलने पर नोटिस दिया गया

पलवल, (आवाज केसरी) जिले में मलेरिया और डेंगू के संभावित खतरे को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। मलेरिया और डेंगू के प्रकोप को रोकने के लिए शहर के जलभराव वाले क्षेत्र में एंटी लार्वा दवा का छिड़काव किया जा रहा है।
मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ब्राह्मण धर्मशाला और पोस्ट ऑफिस में डेंगू और मलेरिया से फैलने वाले लार्वा को समाप्त करने के लिए एंटी लार्वा दवा का छिड़काव किया। वहीं, टीम ने जिले के बस अड्डे पर कबाड़ हो चुके टायर और गड्ढों में भरे पानी की जांच की तो उनमें मलेरिया और डेंगू का लार्वा मिला। इसपर टीम ने रोडवेज कर्मचारियों को नोटिस जारी किया। अबतक जिले में मलेरिया के 20 मामले सामने आ चुके हैं जबकि डेंगू का एक भी मामला सामने नहीं आया है। दो टीमों का किया गया गठन
इन गंभीर बीमारियों से निपटने के लिए सीएमओ ब्रह्मदीप के निर्देश पर शुरुआती चरण में दो सदस्यी टीमों का गठन किया गया है, जो घर-घर जाकर दवा का छिड़काव करेंगी। गांवों का हुआ चयन
मलेरिया और डेंगू की संभावना वाले गांवों का चयन किया जा रहा है। पिछले साल के आंकड़े को ध्यान में रखकर स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जा रहीं हैं। हथीन के गांव स्वामीका, छायसां, हुडीथल, अंधरौला, बिघावली, गुराकसर, रूपडाका, मलाई, रनियाला खुर्द आदि गांवों में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जाएंगे। इसी प्रकार होडल के गांव भुलवाना, गढी, सोन्दहद, बासवां, भिडकी, डकौरा, डाडका और पलवल में सोलडा, बागपुर और दुधौला के आसपास के गांवों में एंटी लार्वा दवा का छिड़काव किया जाएगा। वहीं, लोगों को जागरूक करने के लिए कैंप भी लगाए जाएंगे।
डॉ.ब्रह्मदीप, सिविल सर्जन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मलेरिया के लक्षणों की दी जानकारी —
1-सर्दी और कपकपी के साथ तेज बुखार का होना
2-सिरदर्द होना और उल्टियां होना
बचाव
-मच्छरदानी का प्रयोग करें, पूरी बाजू के कपड़े पहनें, घर के आसपास पानी एकत्रित न होने दें, बुखार आने पर डॉक्टर की सलाह अवश्य लें डेंगू के लक्षण, अचानक तेज बुखार और सिर दर्द होना, मांसपेशियों तथा जोड़ो में दर्द होना
बचाव
घरों के आसपास के गड्ढों को मिट्टी से भरवा दें।,कूलर या पानी से भरे हुए बर्तन सप्ताह में एक बार अवश्य खाली करें व उसकी सफाई करें, पूरी बाजू के कपड़े पहनें, मच्छरदानी का उपयोग करें, पानी की टंकियों को ढक्कन लगाकर बंद रखें, बुखार आने पर डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।