
पलवल,9 सिंतबर (आवाज केसरी) । पूर्व मंत्री व पांच वार विधायक रहे करण सिंह दलाल सोमवार को नामांकन भरने का काफिला हुड्डा सेक्टर -2 से शुरू हुआ। इसमें बड़ी ये रही कि पूर्व मंत्री हर नामांकन भरने रथ पर सवार होकर जाते थे मुकबला कड़ा होते हुए देख रख से उतर कर पैदल ही नामांकन भरने का सफर तय किया। नामांकन में किसी भी बड़े राजनेता ने भागी दारी नहीं ली।
कांग्रेस अभी तक हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए अपने 41 प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है। हालांकि पार्टी ने अभी तक पलवल विधानसभा सीट को होल्ड रखा है लेकिन यहां से आज सोमवार को पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने नामांकन कर दिया है। रिटर्निंग अधिकारी ने उनको 12 सितंबर तक कांग्रेस का सिंबल जमा करने के लिए कहा है।
करण सिंह दलाल ने बताया कि उन्होंने बतौर कांग्रेस प्रत्याशी नामांकन किया है। रिटर्निंग अधिकारी ने उनसे कहा कि 12 सितंबर तक अपना सिंबल जमा करा देना, नहीं तो आपका फॉर्म रद्द कर दिया जाएगा। दलाल ने कहा कि वे लंबे समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं और कांग्रेस पार्टी से विधायक भी रह चुके हैं। पलवल विधानसभा सीट से उनके अलावा दो नाम हैं, जो अभी क्षेत्र के लिए नए हैं। इसलिए उन्हें पूरी उम्मीद है कि कांग्रेस की टिकट उन्हें ही मिलेगी।
जुलूस के कारण घंटों तक लगा रहा जाम, लोग रहे परेशान
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि पार्टी के बड़े नेताओं से इशारा जरूर मिला था, लेकिन अभी टिकट की घोषणा नहीं हुई है। इसी को लेकर उन्होंने कांग्रेस पार्टी के तौर पर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया करण दलाल पांच किलोमीटर तक वह पैदल ही लोगों के साथ चलते रहे। उनका जुलूस पुराने जीटी रोड से गुजरा तो घंटों तक शहर में जाम लगा रहा। पलवल के लोगों को भारी दिक्कत का सामान करना पड़ा।
रथ सजा रह गया
करण सिंह दलाल सोमवार को सुबह साढ़े दस बजे अपने काफिले के साथ हुड्डा सेक्टर-2 चौक से जिला सचिवालय के लिए रवाना हुए। विधानसभा में कड़ा मुकाबला देखते हुए अपने सजाए हुए रथ पर नहीं चढे।
2009,2019 में मिली थी करारी हार
पूर्व में इनेलो के वरिष्ठ नेता रहे सुभाष चौधरी ने करण सिंह दलाल को हरा कर विधानसभा पहुंचे थे।
कांग्रेस में करण दलाल अपने आप को बड़ा नेता मानते हैं 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में भी पार्टी ने करण दलाल पर भरोसा जताया था और उन्हें पलवल से टिकट दी थी। उस चुनाव में भाजपा उम्मीदवार दीपक मंगला की जीत हुई थी और उन्होंने करण सिंह को 28296 वोटों से हरा दिया था।