पलवल के ओरंगाबाद-मित्रोल गांव में एक परिवार में पांच लोगों की मौत ने पूरे गाँव को हिला कर रख दिया |गाँव की माना पट्टी के बाहरी तरह रहे रहे बुजुर्ग सुखसिंह के परिवार के चार लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में जहर खाने से तथा 34 वर्षीय नरेश फांसी का शव सुबह करीब साढ़े छ बजे फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला | परिवार में एक मात्र बुजुर्ग सुखसिंह रह गया जो सुबह उठते ही शौच एवं कुल्ला दातुन करने के लिए घर से उठकर बाहर चला गया था | जानकारी मिलने पर पुलिस ने पांचों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। कयास लगाए जा रहे हैं कि मृतक नरेश कुमार ने अपनी पत्नी आरती तथा तीन बच्चों को जिसमें दो बेटी और एक बेटा कोई जहरीला पदार्थ देने के बाद खुद से फांसी के फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली। गांव के लोगों ने घटना के बाद शोक की लहर है |

पलवल के ओरंगाबाद-मित्रोल गाँव में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत की सूचना पर घटनास्थल पर जाकर पुलिस ने पांचों शवों को कब्जे में लेने के बाद पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवा दिया | यहां होडल के विधायक जगदीश नायर भी शोक संतप्त परिवार के लोगों से मिलने के लिए पहुंचे। गौरतलब है मृतक नरेश कुमार पत्नी आरती तथा 3 बच्चे जिसमें 13 वर्षीय रविता 12 वर्षीय संजय तथा लगभग 10 वर्षीय वर्षा नाम की बेटी मृत अवस्था में पाए गए। गांव में जाने पर परिवार के लोगों से जानकारी के अनुसार मृतक नरेश कुमार के बड़े भाई समय वीर सिंह की करीब सात -आठ वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है तथा भाई की पत्नी ने किसी अन्य के साथ शादी क्र अलग घर बसा लिया था | बड़े भाई समय वीर की एक बेटी रविता जिसकी उम्र 13 वर्ष है वह नरेश के साथ ही रह रही थी | गाँव वालों का कहना है इस परिवार में पिछले सालों में आठ लोगों की मौत हो चुकी है | परिवार में मृतक नरेश की मां की करीब 5 वर्ष पूर्व सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी अब परिवार में केवल 6 ही लोग थे जिसमें बुजुर्ग पिता के अलावा तीन बच्चे और पति पत्नी आरती थी | जानकारी के अनुसार नरेश की झाँसी में ससुराल थी और गत दिवस नरेश झांसी से लौटकर गांव आया था और रात्रि करीब 10:00 बजे तक वह गांव के लोगों से खूब हंसी-ख़ुशी मिला –जुला था था किसी तरह की कोई या परेशानी की कोई बात किसी को दिखाई नहीं दी थी | ग्रामीणों का कहना है कि सब कुछ ठीक-ठाक था नरेश और उसके परिवार का किसी से कोई झगड़ा या विवाद भी नही था |

सुबह जब मपडौसी ने देखा की घर का कोई भी सदस्य उठकर बाहर नहीं दिखाई दिया तो अंदर जाकर देखने पर तीनों बच्चे तथा पत्नी चारपाई के ऊपर लेटे पड़े हुए थे| सभी मृत अवस्था में थे साथ ही साथ नरेश का शव बरामदे में फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला| गांव के लोगों ने पहले फांसी के फंदे से नरेश को उतारा तो उसे भी मृत पाया गया था। बाद में मृतक परिवार के अन्य परिजनों को तथा पुलिस को इसकी सूचना दी गई थी। इतने बड़े हादसे पर पूरे गांव में शोक की लहर है, वही कोई भी कुछ भी कहने के लिए तैयार नहीं है| गांव के लोगों का कहना है कि मृतक नरेश का किसी से कोई झगड़ा भी नहीं था और परिवार में ऐसी कोई बात नहीं थी जिसको लेकर इतना बड़ा कदम उठाया जा सकता है अभी सब कुछ जांच के दायरे में है पुलिस जांच के बाद ही सामने आ पाएगा कि इतने बड़े कदम के लिए कौन जिम्मेदार है| पलवल जिला अस्पताल में सीएमओ ब्रह्म्दीप सिंह ने चार डॉक्टरों के पैनल को शवों का बारीकी से पोस्टमार्टम करने का आदेश दे दिया | घटना की फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉक्टर विनोद से भी जाँच कराई जा रही है | पुलिस थाना प्रभारी प्रीतम सिंह ने बताया की अभी घटना की कोई मुख्य वजह सामने नहीं आई है | मुकदमा दर्ज लिया गया है , पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है | आगे जो भी तथ्य सामने आयेंगे तफ्सील से जाँच करके मामले की थ तक पहुंचकर कार्रवाई की जाएगी |