विधायक दीपक मंगला को नहीं मालूम विवादित हुए कृषि विधेयक हैं या क़ानून
किसानों के आंदोलन को काउंटर अटैक करते हुए भारतीय जनता पार्टी के तीनों विधायक यहां पलवल के चौधरी ताऊ देवी लाल पार्क में उपवास पर बैठे । उनके साथ सैकड़ों कार्यकर्ता भी शाम 5:00 बजे तक उपवास रखा । भाजपा विधायकों एवं कार्यकर्ताओं कहना है कि प्रदेश के किसानों की खुशहाली के लिए एसवाईएल नहर का मुद्दा भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना महत्वपूर्ण एमएसपी है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश स्तर पर एसवाईएल के मुद्दे पर उपवास पर बैठे पलवल के विधायक दीपक मंगला होडल विधानसभा क्षेत्र के विधायक जगदीश नायर तथा हथीन विधानसभा क्षेत्र से विधायक प्रवीण डागर का कहना है कि पंजाब को बड़े भाई की अपनी हैसियत रखते हुए छोटे भाई हरियाणा को उसके हिस्से का 19 लाख क्यूसिक घनफुट पानी तुरंत दे देना चाहिए जिससे कि हरियाणा प्रदेश के किसानों को खुशहाली मिल सके। विधायकों का कहना है कि यह पिछले 45 साल से लंबित चला रहा मामला है। जिसमें माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने भी हरियाणा प्रदेश के हक में फैसला सुनाया था लेकिन पंजाब की सरकार हरियाणा के हिस्से के पानी को अभी तक दे नहीं रहा है। हम उपवास करते हुए बड़े भाई पंजाब से निवेदन करते हैं कि वह हरियाणा के हिस्से का पानी हमको दे दे जिससे कि हरियाणा प्रदेश के किसान भी खुशहाल हो सके।
वहीं यह पूछे जाने पर की हरियाणा प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के पहले कार्यकाल के समय हरियाणा में भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी और केंद्र में भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी और इसके साथ ही साथ पंजाब में भी भारतीय जनता पार्टी सरकार में साझी थी उस समय इस मुद्दे को क्यों नहीं सुलझाया गया इस पर उन्होंने कहां की भारतीय जनता पार्टी उसी दिन से लगातार प्रयास कर रही है और अभी भी हम बड़े भाई पंजाब से यही मांग करते हैं कि वह हमारे हिस्से का पानी हमें दे दें। क्योंकि यह हरियाणा के किसानों के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि एमएसपी।
लेकिन असल में हाल ही में बनाए तीन कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसानों के आन्दोलन को काऊंटर करने के लिए भाजपा ने उपवास का सहारा लिया है ताकि अपनी ही पार्टी कार्यकर्ताओं के खोये हुए विस्वास पुनः लौटाया जा सके । अब यह उपवास अपने कार्यकर्ताओं तथा विधायकों मंत्रियों के डगमगाए विश्वास को कितना स्थिर कर पाएगा लेकिन अभी तो पलवल के विधायक दीपक मंगला को ही नहीं पता कृषि विधेयक नहीं क़ानून बन चुके हैं , उन्होंने पंजाब से एसवाईएल नहर से मिलने वाले पानी की मात्रा 19 लाख एकड़ फुट बताई यह भी लोगों की चर्चा का विषय बना ।