पलवल (आवाज केसरी) पलवल में राष्ट्रीय राजमार्ग पर उसी स्थान पर एक बार फिर होगा किसानों का आंदोलन शुरू। पलवल की अनाज मंडी में हुई 52 पालों की महापंचायत में इसका फैसला लिया गया। 52 पालों की महापंचायत में फरीदाबाद से लेकर मथुरा तक के किसानों ने हिस्सा लेकर किसानों के आंदोलन को एक बार फिर दोबारा खड़ा करने का फैसला लिया है। पलवल में राष्ट्रीय राजमार्ग 19 अटोन्हा गांव केएमपी- केजीपी इंटरचेंज के पास सोमवार 11:00 बजे से एक बार फिर आंदोलन और धरना शुरू करेंगे। कल के घोषित आंदोलन और धरने के समय किसानों और पुलिस का टकराव देखने को मिल सकता है। महापंचायत में भीड़ जुटाने के लिए पलवल ,मेवात और फरीदाबाद के तमाम कांग्रेसी नेताओं ने अपनी पूरी ताकत झोकी थी । मंडी में हुई इस महापंचायत में करीब दो हजार लोगों ने भाग लिया ।

पलवल की अनाज मंडी में 52 सालों के अध्यक्ष अरुण जैलदार की अध्यक्षता में हुई महापंचायत में पूर्व सांसद तथा यूपी से वर्तमान भाजपा विधायक अवतार सिंह भड़ाना, पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व मंत्री करण दलाल, पूर्व विधायक उदयभान, पूर्व मंत्री आफताब अहमद , पूर्व विधायक रघुवीर सिंह तेवतिया ,कॉंग्रेस नेता इसराइल खान, आम आदमी पार्टी जिला संयोजक कुलदीप कौशिक, रंगीला पाल से रागुराज सिंह,सौरौत पाल से उदय सिंह सौरौत,रावत पाल से भगवान सिंह रावत, छिरकलौत पाल से पूर्व विधान सभा अध्यक्ष मोहम्मद इलियास, विजयप्रताप सिंह जिसने आन्दोलन के लिए दो लाख रूपये देने की घोषणा की , महिला नेत्री शशिबाला तेवतिया, मुकुटलाल, रतनसिंह, ज्ञानसिंह चौहान, महेंद्र सिंह चौहान, स्वामी श्रद्धानन्द सरस्वती, जयनारायण चौहान , मूलचंद बडगूजर , जगन डागर, तेवतिया पाल के बिजेंद्र सिंह , आदि ने सम्बोधित किया । प्राय सभी वक्ताओं ने पलवल में एक बार मोहनसिंह जोह्र्खेडा बादाम सिंह पूर्व सरपंच, आदि ने पलवल में एक फिर से आन्दोलन और धरना शुरू करने की मांग की ।

पूर्व विधायक करन सिंह दलाल ने न केवल भाजपा सरकारों बल्कि पलवल जिला पुलिस प्रशासन तथा फरीदाबाद के सीपी को जातिगत टिप्पणी कर अपमानित करने काम किया। इस पर लोगों ने खूब तालियाँ पीटी । दलाल ने कहा की बिहार के दो पैसे के कंगले घराने के सीपी ने पैसों की खातिर हमारे नौजवानों को लाठी-डंडों से पिटवाने का काम किया। दलाल ने कहा कि जिस तरह से पुलिस ने किसानों के धरने को उठाया है उसके कारण पूरा क्षेत्र और हम अपने आप को लज्जित महसूस कर रहे हैं और अब हमारा खून खोल रहा है।
किसान संघर्ष समिति के पूर्व सदस्य रतनसिंह सौरौत ने अपनी समिति की तरफ से निंदा प्रस्ताव भी रखा जिसे कोंग्रेस के पूर्व विधायक दलाल ने खारिज कर दिया । और कहा की पूर्व में आन्दोलन का संचालन कर रही समिति की नाकामी के कारण ही इलाके को शर्मिंदगी उठानी पड़ी है ।
पलवल ,फरीदाबाद , मेवात तथा यूपी के मथुरा आदि कई जिलों के 52 पालों के सरदार एवं अध्यक्ष अरुण जैलदार ने फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि 52 पालों के पंचों की महापंचायत में पिछले दिनों 26 जनवरी दिल्ली में हुए घटनाक्रम के बाद 28 तारीख को पलवल से धरना प्रशासन के द्वारा उठवा दिया गया था जिसके बाद क्षेत्र के लोगों ने लोगों ने अपने आप को अपमानित महसूस किया था। अब एक बार फिर तीनों कृषि संशोधन कानूनों के खिलाफ पलवल क्षेत्र के किसान आंदोलन पर बैठेंगे। 52 पाल के अध्यक्ष अरुण जैलदार ने बताया कि किसानों का यह आंदोलन 24 घंटे अनिश्चितकालीन रहेगा ।उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन किसानों के साथ सख्ती करेगा तो उसका भी मुकाबला किया जाएगा।