पलवल, (आवाज़ केसरी ) कृषि कानूनों के विरोध में केएमपी-केजीपी एक्सप्रेस-वे के इंटरचेंज पर चल रहा किसानों का धरना चौथे दिन भी जारी है। सुबह हुई हल्की बरसात से थोड़ा व्यवधान जरुर हुआ, लेकिन किसानों ने पंड़ाल पर प्लास्टिक लेयर डालकर स्थिति को संभाल लिया। किसानों का कहना है कि जब तक बिल वापसी नहीं तब तक घर वापसी नहीं।
तीनों काले कानूनों को रद्द करवाने व एमएसपी पर कानून बनवाने की मांग को लेकर किसान अड़े हुए है। बता दें कि एनएच-19 पर गांव अटोहां चौक पर पिछले 57 दिनों तक किसानों का धरना निरंतर जारी रहा। लेकिन गणतंत्र दिवस वाले दिन दिल्ली में हुए उपद्रव के बाद पुलिस प्रशासन ने बीती 28 जनवरी को धरना समाप्त करा दिया था। किसानों ने एक फरवरी से धरना फिर से शुरू कर दिया। धरना स्थल पर चौथे दिन सुबह सर्द हवा के साथ-साथ हल्की बारिश भी हुई जिससे थोड़ा सा व्यवधान जरुर हुआ, लेकिन किसानों ने स्थिति को संभालते हुए बरसात से बचने के इंतजाम शुरु कर दिए। गांव अटोहां निवासी किसान कल्लू व पलवल निवासी इरफान खान का कहना है कि बरसात की स्थिति को देखते हुए पंडाल पर प्लास्टिक लेयर डाली गई है जिससे बरसात का पानी टेंट के अंदर न जाए। वहीं उन्होंने कहा कि खाद्य सामग्री तथा पीने के पानी की व्यवस्था किसानों द्वारा स्वयं की गई है। फिलहाल यहाँ प्रशासन की ओर से मोबाइल टॉयलेट का प्रबंध नहीं किया गया है और न ही बिजली कोई व्यवस्था की गई है। किसानों ने स्वयं जरनेटर का प्रबंध किया हुआ है। किसानों का कहना है कि सरकार अपनी हट धर्मिता पर अड़ी है तो किसान भी पीछे हटने वाले नहीं है। जब तीनों काले कानून रदद् नहीं होते व एमएसपी पर कानून नहीं बनता तब तक आंदोलन निरंतर जारी रहेगा चाहे कितना भी समय क्यों न लग जाए।
कृषि कानूनों के विरोध में केएमपी-केजीपी एक्सप्रेस-वे इंटरचेंज पर चल रहा किसानों का जारी
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