पलवल (आवाज केसरी) पलवल जिला अस्पताल में पिछले 5 दिनों से बड़े जोर शोर से सफाई अभियान चलाया जा रहा था। जिसमें अस्पताल परिसर के बाहर और अंदर हर तरफ बड़े जोर -शोर से सफाई की जा रही थी। मोर्चरी के सामने वर्षों से गंदे पड़े ग्राउंड को भी यकायक जिला स्वास्थ्य विभाग ने साफ करा कर समतल करा दिया है । पेड़ों की कटाई छंटाई ठीक से करा दी गई तथा अस्पताल के अंदर जाने वाली टूटी फूटी सड़क पर भी पैच लगावा दिए गए हैं।
इमरजेंसी वार्ड से लेकर तमाम ओपीडी में तमाम टूटी दीवारों पर पीओपी करा दी गई। और जहां से पेंट खराब हो रहा था वहां पर आनन-फानन में पेंट भी करा दिया गया। यहां तक तक तो सब ठीक-ठाक लेकिन अस्पताल में जाने वाले लोगों ने बताया कि रात में भी दीवारों पर पीओपी कराई जा रही है । और यही नहीं महीनों से खराब पड़ी हुई ट्यूबलाइट और पंखों को भी ठीक कराया जा रहा है।

सुबह देखा गया था कि सिविल सर्जन तथा हाल ही में यहां पर ट्रांसफर बाद आए उप सिविल सर्जन ने जहां- तहां खड़ी हुई एंबुलेंस गाड़ियों को करीने से खड़ी करने की हिदायत फ्लीट मैनेजर को दी थी । तथा अस्पताल परिसर में बेरोकटोक आने वाले स्टाफ कर्मचारियों की मोटरसाइकिल और कारों के प्रवेश पर कल के लिए सख्ती से प्रतिबंध लगा दिया गया है। बताया जा रहा है कि कायाकल्प नाम कि कोई संस्था जिसके साथ सरकारी अधिकारी पलवल जिला अस्पताल आकर प्रत्येक चीज का बारीकी से आकलन करके अपनी रिपोर्ट स्वास्थ्य मंत्री तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को देगी ।

ऐसा बताया जा रहा है कि इस टीम की अनुशंशा पर ही आने वाले समय में पलवल जिला अस्पताल को मिलने वाली ग्रांट निर्भर करेंगी। इससे भी बड़ी यह बात बताई जा रही है कि सर्वेक्षण के लिए आने वाली टीम में शामिल उच्चाधिकारी अस्पताल संचालन ,रखरखाव और साफ सफाई को लेकर सम्बंधित विभागों के इंचार्ज अथवा प्रमुखों को डांट भी पिला सकते है। अब यह तो बताया नहीं गया कि सर्वेक्षण टीम में कौन-कौन अधिकारी यहां पर आने वाले हैं और उनका यहां आने का मुख्य मकसद क्या है। पूछने पर भी केवल यही बताया गया था की इंस्पेक्शन के लिए पलवल मैं चंडीगढ़ से कोई टीम आने वाली है जिसको लेकर यहां पर तमाम सुविधाओं और साफ-सफाई को लेकर सभी चाक-चौबंद हो गए हैं।