पलवल, (आवाज केसरी) । पलवल के गांव वाली ब्राह्मण में स्थित प्राचीन महर्षि दुर्वासा ऋषि मंदिर से राम मंदिर निर्माण के लिए मिट्टी भेजने का निर्णय लिया गया। महर्षि दुर्वासा ऋषि मंदिर के सैकड़ों वर्ष प्राचीन कुंड की मिट्टी लेकर के अयोध्या भेजा जाएगा इस अवसर पर गांव के सभी प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे। इसी खुशी में ग्राम निवासी अशोक कुमार ने सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया।
ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव के लोगों ने राम मंदिर के लिए हुए आंदोलन में सक्रिय भाग लिया था।
मंदिर के महंत श्री भगवानदास महाराज ने आवाज केसरी को बताया कि महर्षि दुर्वासा ऋषि जब विश्वामित्र जी की कुटिया पर पहुंचे थे तो राजा दशरथ अपना भविष्य जानने के लिए महर्षि दुर्वासा ऋषि के पास गए तो महर्षि दुर्वासा जी ने राजा दशरथ को उनके भविष्य के बारे में बताया था और उन्हें भगवान श्री राम के जीवन के कष्टों का ज्ञान करा दिया था। महर्षि दुर्वासा ऋषि मंदिर की विशेषता यह है कि यहां स्वयं महर्षि दुर्वासा ऋषि ने घोर तपस्या की थी और तब से आज तक इस मंदिर पर निरंतर पूजा होती आई है।

महंत श्री भगवानदास महाराज का कहना है कि इस मंदिर पर प्रत्येक शनिवार परिक्रमा लगती है और दूर-दूर से लोग दंडोति लगाने के लिए आते हैं, श्रावण मास में और नवरात्रों में परिक्रमा और दंडोति का विशेष महत्व है।
इस अवसर पर नंदू पहलवान,किशन,भानूराम,ओमप्रकाश,हरिमोहन,प्रताप, अशोक कुमार,मोहन राम,मोहन,महेंद्र मास्टर,रामकिशन,वेद राम व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह विभाग कार्यवाह वेद प्रकाश आदि उपस्थित थे ।