पलवल, (आवाज केसरी)। बहुजन क्रांति मोर्चा पलवल के तत्वावधान में दलित समाज के कई अलग-अलग संगठनों के पदाधिकारियों ने जिला सचिवालय पर धरना प्रदर्शन करते हुए हाथरस पीड़िता केस में निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए जिला उपायुक्त को राज्यपाल/गवर्नर के नाम एक ज्ञापन सौंपा । ज्ञापन में देश के अलग-अलग हिस्सों में दलितों के उत्पीड़न बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए रोक लगाने की मांग की गई।

बहुजन क्रांति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बुधराम नेहरा तथा कई अन्य दलित संगठनों के पदाधिकारियों ने जिला उपायुक्त कार्यालय में सांकेतिक धरना प्रदर्शन करते हुए गवर्नर के नाम जिला उपायुक्त की अनुपस्थिति में सीईओ अमित कुमार को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें मांग की गई कि गत 14 सितंबर को हाथरस में एक दलित समाज की लड़की के साथ हुए कथित रूप से गैंगरेप और हत्या मामले में पीड़ित परिवार पर बनाए जा रहे अनावश्यक दबाव को बंद कराया जाए। और लड़की की हत्या और गैंगरेप में शामिल तमाम लोगों को सख्त से सख्त सजा दी जाए।

हाथरस के फूल गढ़ी गांव के मामले के अतिरिक्त ज्ञापन में मांग की गई कि देश के अलग-अलग हिस्सों में दलितों पर लगातार उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ रही है और सरकार है तथा प्रशासन दबंग लोगों के दबाव में आकर काम कर रहा है। उन्होंने गत 29 सितंबर 2020 को बलरामपुर उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति की एक अन्य बेटी को अगवा कर गैंगरेप मामले में भी पीड़ित परिवार के एक व्यक्ति को मुआवजे के रूप में एक करोड़ रुपया नकद और सरकारी नौकरी देने की मांग की है । साथ ही साथ आजमगढ़ जिले में 8 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म तथा बुलंदशहर में 14 वर्षीय बच्ची के साथ रेप , भदोही में 14 वर्षीय बच्ची के साथ रेप कर चेहरा कुचल कर हत्या करने वाले दोषियों पर भी त्वरित कार्यवाही की मांग की गई है। ज्ञापन के माध्यम से तीन किसान विधायकों के विरोध में 14 सितंबर को हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद बाराबंकी ,प्रतापगढ़, इटावा आदि जिलों में किसानों के ऊपर पर से मुकदमों को वापस लेने की भी मांग की है। ज्ञापन देने वालों में बुधराम नेहरा एडवोकेट , सुन्दरलाल एडवोकेट, देवीराम दयाल बोद्ध, जोगेंद्र सिंह आदि प्रमुख लोग शामिल थे ।