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कोरोना का खौफ : परिवार के मुखिया के बेहोश होते ही दूर हुए सब लोग

जिला अस्पताल पलवल में एम्बुलेंस चालक कुलभूषण

पलवल 16 जुलाई (आवाज केसरी)। पलवल की देव नगर कॉलोनी में कोरोना संदिग्ध व्यक्ति की बेहोशी के बाद जब परिवार भी घर के मुखिया से दूर हो गया तब राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जुड़े एंबुलेंस के चालक तथा सहायक ने आगे बढ़कर अपना फर्ज निभाया और लोगों की मुसीबत का समाधान करने का बड़ा काम किया। 
राष्ट्रीय स्वास्थय आपात सेवा के 108 नंबर पर पलवल के देव नगर से एक कॉल पहुंची जिसमें बताया गया कि उनके यहाँ पर इमरजेंसी है । लेकिन जब एंबुलेंस चालक कुलभूषण अपने सहायक के साथ एम्बुलेंस को लेकर देवनगर कॉलोनी पहुंचा तो घर के अंदर से रोने की आवाजें आ रही रही। और उन्हें एक व्यक्ति फर्श पर बेहोशी की अवस्था में लेटा हुआ मिला ।

 घर के दरवाजे पर आवाज लगाकर मरीज को एम्बुलेंस में बिठाने के लिए आग्रह कर वह इंतजार करने लगे |  दस मिनट तक कोई बाहर नहीं निकला तो  अंदर जाकर पूछे जाने पर बताया गया कि 52 वर्षीय राजू पुत्र नत्थी जो मीनार गेट के पास फलों की रेहड़ी लगाता था। जो पिछले एक सप्ताह से बीमार था जिसमें कोरोना के लक्षण देखे जा रहेथे। आज वीरवार सुबह अचानक जमींन पर गिरकर बेहोश हो गया था जिसके बाद मदद के लिए एम्बुलेंस के लिए कॉल की थी ।

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जिला अस्पताल स्थित आपात एम्बुलेंस सेवा केंद्र

घर के मुखिया राजू के गिरने के बाद बेहोश होने के बाद परिवार के तमाम लोग राजू से दूर अलग हटकर खड़े हो गये ।  उन्हें लगने लगा की राजू की कोरोना के कारण मौत हो गई है । कोरोना संक्रमित होने के कारण उन्हें यह डॉ लगने लगा की यदि वे उसके पास गये तो उन्हें भी कोरोना हो सकता है। 

एम्बुलेंस से मरीज को उतारते हुए

चालक कुलभूषण ने बताया की बी=वैसे तो हमारा काम जीवित व्यक्ति के प्राण बचाना होता है लेकिन वहां पर परिस्थितियाँ ऐसी देख मदद करके उनके अंदर बैठे हुए डर को दूर करना था । यह सोच राजू के घर के आस-पास रहने वाले दूसरे लोगों से मदद की गुहार लगाई लेकिन कोई भी मदद कभी सामने नहीं आया । उसके बाद उन दोनों ने ही खुद बेहोश अवस्था में पड़े राजू को  घर के अंदर से उठाकर एम्बुलेंस में डाला और फिर जिला अस्पताल के इमर्जेंसी वार्ड में राजू को इमरजेंसी वार्ड  में लेकर गये जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया ।    

जिला अस्पताल में मरीज की जाँच के बाद मृत घोषित किया गया

  उसने बताया कि कोरोना संक्रमण का शक बताए जाने के कारण  उसका कोरोना का सैंपल लेकर रैपिड टेस्टिंग किट से टेस्ट कराया जो नेगेटिव पाया गया। उसके बाद ही उन्होंने राहत की सांस ली। इमरजेंसी वार्ड में मौजूद डॉक्टर रंजीत सिंह ने बतायाा कि देव नगर से 52 वर्षीय राजू नाम के एक व्यक्ति को मृत अवस्था में यहां लाया गया था। जिसकी संदिग्ध हिस्ट्री के चलतेे कोविड टेस्ट कराया गया था जो नेगेटिव मिला।

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