पलवल,(आवाज केसरी) गत 24 अगस्त दोपहर को घर से अचानक लापता हुई 12 वर्षीय मूक-बधिर लड़की की हत्या और बलात्कार के केस में पुलिस ने हड़बड़ी में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार करने का दावा किया है। हालांकि पुलिस ने तीन चार लड़कों को 25 अगस्त की रात को ही हिरासत में ले लिया था। लेकिन आज वीरवार शाम पांच बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक युवक को गिरफ्तार करने कला दावा कर ट्रेस करने का दावा किया है। हालांकि पुलिस ने हत्या और बलात्कार के कथित दोषी अजय को प्रेस के सामने पेश नही किया और दावा किया की युवक को दो- तीन घण्टे पहले ही गिरफ्तार किया गया है ईसके कारण पूछताछ नहीं की जा सकी है ।
वी/ओ 1 आपको एक बार फिर से बता दें कि 24 अगस्त की दोपहर को पलवल के उपमंडल होडल के भाजपा विधायक के पैतृक गांव पैंगलतू मैं दोपहर 11– 12 बजे के आसपास मूक बधिर लड़की लापता हो गई थी, जिसकी देर रात तक परिजनों द्वारा ग्रामीणों की मदद से काफी तलाश की गई थी लेकिन उसके बारे में कुछ पता नहीं चल पाया था। अगले दिन 25 अगस्त की सुबह परिवार के लोगों ने होडल पुलिस थाने में जाकर लड़की के लापता होने की और कोई अनहोनी होने की संभावना जताते हुए शिकायत की गई थी । लेकिन वहां मिले हवलदार ने पीड़ित परिवार का मखौल उड़ाकर धमका कर भगा दिया था जिस पर ग्रामीणों ने इसकी शिकायत अपने गांव के मूल निवासी भाजपा विधायक जगदीश नायर तथा दूसरे लोगों से की जिसके बाद 25 अगस्त की दोपहर मैं पुलिस ने आईपीसी धारा 241 के तहत गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज किया था ।
बाद में शाम होते होते लड़की का शव गांव में ही ज्वार के एक खेत में नग्न अवस्था में प्राप्त हुआ था। शव मिलने के बाद पुलिस ने आननफानन दो-तीन टीमों का गठन कर गांव के संदिग्ध युवकों गाँव से उठा लिया था । जिनमें से तीन चार लड़कों को जिन पर ज्यादा शक था उन्हें गहन पूछताछ के लिए थाने में ही रखा था और इन्वेस्टिगेशन के लिए सीआईए ले जाया गया।
अगले दिन 26 अगस्त को मृतका के शव का पोस्टमार्टम पलवल के जिला अस्पताल में पुलिस बल की तैनाती के साथ, डीएसपी बलबीर सिंह की मौजूदगी में वीडियो रिकॉर्डिंग करके तीन डॉक्टरों की टीम से कराया गया था।

भाजपा विधायक जगदीश नायर का पैतृक गांव होने के कारण पुलिस के ऊपर इस संगीन मामले को लेकर बहुत भारी दबाव था जिसके लिए पुलिस की साख दांव पर लगी हुई थी। जिसके चलते आज वीरवार को शाम 5:00 बजे डीएसपी बलबीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले के खुलासे का दावा किया । लेकिन जिस तरह से डीएसपी बलबीर सिंह ने हड़बड़ी में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गांव के ही एक अजय नाम के 18 वर्षीय युवक को गिरफ्तार करने का दावा किया है उस पर सवाल खड़े होते हैं। क्योंकि डीएसपी बलबीर सिंह ने पत्रकारों के हर सवाल का जवाब गोलमोल तरीके से दिया । डीएसपी ने गिरफ्तार किये गये युवक की उम्र पर भी सस्पेंस रखा । स्पस्ट रूप से नही बता पाए की वह बालिग़ है अथवा नाबालिग । डीएसपी ने जिस चतुराई से प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पुलिस पर बने दबाव को कम करने का काम किया है वह चर्चा का विषय रहा । डीएसपी बलबीर सिंह के अनुसार युवक को मात्र दो-तीन घंटे पहले ही हिरासत में लेकर गिरफ्तार किया गया है जबकि ग्रामीणों की मानें तो 25 तारीख की शाम को ही पुलिस ने गांव के तीन -चार लड़कों को उठा लिया था, जिन को अभी तक भी छोड़ा नहीं गया है।
डीएसपी ने कांफ्रेंस में दावा किया है कि इस युवक को कल कोर्ट में पेश कर 2 दिन के रिमांड पर लिया जाएगा ताकि केस के संबंध में गहन पूछताछ करके साक्ष्य जुटाई जा सके और रिमांड अवधि में यह जानने का प्रयास किया जाएगा कि इस जघन्य हत्याकांड में और कौन-कौन साथी शामिल रहे हैं । हालांकि डीएसपी ने स्पष्ट तौर पर किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया लेकिन माना जा रहा है कि इस मामले में कम से कम तीन युवक शामिल रहे हैं जिन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया है। लेकिन डीएसपी ने अभी अन्य युवकों की जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं दी।
हालांकि पुलिस ने 25 तारीख के सुबह होडल थाने में मौजूद हवलदार महेंद्र को लोगों का दबाव पड़ने पर पहले लाइन हाजिर और फिर बाद में सस्पेंड कर दिया गया था। लेकिन अभी भी पुलिस जिस तरह से हड़बड़ाहट में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही है उस पर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठना स्वाभाविक है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीएसपी बलबीर के अलावा होडल थाना प्रभारी इलियास मोहम्मद अन्य कर्मचारी भी मौजूद रहे थे ।