चीन की सेना ने अपने पश्चिमी राजमार्ग का प्रयोग किया ताकि LAC के पास भारतीय जमीन पर कई स्थानों पर और कुछ भारतीय क्षेत्रों के अंदर बड़ी संख्या में चीनी सैनिकोंको घुसाया जा सके।

नई दिल्ली, 27 मई । पूर्वी लद्दाख सेक्टर में चीन अपने सैनिकों को भारी वाहनों में भर कर भारतीय इलाके के पास तैनाती के लिए लेकर आया था। यह भारत-चीन सेनाओं के आमने-सामने आने की शुरुआत से पहले हुआ। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ऐसे भारी वाहनों का प्रयोग नागरिक हवाई अड्डे को एक सैन्य अड्डे में बदलने के लिए परियोजना में मिट्टी पाटने में करती है।
न्यूज़ एजेंसी से मिली जानकारी के अनुसार प्रारंभिक अवधि के दौरान चीनियों ने अपने पश्चिमी राजमार्ग का प्रयोग किया ताकि LAC के पास भारतीय जमीन पर कई स्थानों पर और कुछ भारतीय क्षेत्रों के अंदर बड़ी संख्या में मौजूद चीनी सैनिकों को घुसाया जा सके।
मिट्टी लाने के लिए रखे गए ट्रकों में भरकर सैनिकों को PLA पर लाया चीन
सूत्रों ने कहा कि चीनी, भारतीय सैनिकों को चौंकाने में सफल रहे क्योंकि जब सामना हुआ तो उन्होंने भारतीय सैनिकों के मुकाबले ज्यादा सैनिक तैनात करने के लिए सीमा से लगे ट्रकों और युद्ध के अन्य भारी वाहनों में अपने सैनिकों को तेजी से भारतीय सीमा की ओर बुलाया।
सूत्रों ने बताया कि अपने सैनिकों की तेजी से आवाजाही के लिए, उन्होंने उन ट्रकों का भी उपयोग किया, जो एक नागरिक हवाई क्षेत्र को एक सैन्य क्षेत्र में बदलने के लिए मिट्टी लाने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे। इसका इस्तेमाल एक ऐसे हवाई क्षेत्र के विकास के लिए हो रहा था, जिसे पीएलए ने अपने कब्जे में ले लिया है और इससे उसे बड़ी संख्या में सैनिकों को लाने में मदद मिली।
चीन ने तेजी से बुनियादी ढांचे को किया मजबूत, सैनिक लाना हुआ आसान
सूत्रों ने कहा कि पिछले कई दशकों में चीनी बुनियादी ढांचा परियोजनाएं, जिनमें पश्चिमी राजमार्ग परियोजना और अन्य क्षेत्रों से इसके साथ जुड़ने वाली सड़कें बनी हैं, उन्होंने बड़ी संख्या में सैनिकों को तेजी से यहां लाने में चीन की मदद की है।
सूत्रों ने कहा कि सीमा पर जहां दुश्मन पर गोलियां नहीं चलाई जाती हैं, वहां बढ़त पाने के लिए संख्यात्मक ताकत मायने रखती है। जिस गति से एक सेना एक संघर्ष क्षेत्र में सैनिक ला सकती है, इसकी अधिक क्षमता उसे अपने दुश्मन पर बढ़त देती है।