पलवल। केएमपी स्थित अटोहां चौक पर चल रहा किसानों का धरना 51वें दिन भी जारी रहा। साथ ही प्रतिदिन चल रही किसानों की 24 घंटे की क्रमिक भूख हड़ताल में 33वें दिन की भूख हड़ताल में भुडेरपाल के 11 किसान बैठे। जिनमें सतवीर सिंह, सतीश, ताराचंद प्रधान, चंद्रमुनी, रणजीत सिंह सरपंच, लाला डागर, रमेश चंद आर्य, रोहताश घुघेरा, पदम सिंह डागर, सुदर्शन घुघेरा व उदयपाल डागर शामिल रहे। किसान नेता भागीरथ व समाजसेवी श्रद्धानंद सरस्वती ने कहा कि किसान नेताओं की सरकार के साथ अब तक 10 दौर की वार्ताए हो चुकी हैं। लेकिन उन वार्ताओं में कोई भी सार्थक परिणाम सामने निकल कर नहीं है। जिससे साफ जाहिर हो चुका है कि सरकार वार्ताओं के नाम पर किसानों का समय बर्बाद कर रही है और वह किसानों के हित में कोई भी फैसला नहीं लेना चाहती है। जिसको लेकर किसानों में सरकार के प्रति खासा रोष व्यापत है। उन्होंने कहा केंद्र सरकार द्वारा ये काले कानून पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाए गए है। इसलिए हम सरकार को यह बताना चाहते हैं कि किसानों का यह संघर्ष व्यर्थ नहीं जाएगा। सरकार को किसानों के सामने झुकना ही होगा और ये काले कानून निरस्त करने ही होंगे तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी के लिए कानून बनाना ही होगा। जब तक उनकी मांगो को सरकार द्वारा नहीं माना जाता है, तब तक उनका यह आंदोलन निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने कहा 26 जनवरी को इस बार इतनी बड़ी किसान रैली होगी कि जो हिंदुस्तान में आज तक नहीं हुई और ना कभी भविष्य में होगी। इस रैली में करोड़ो की संख्या में किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ हिस्सा लेंगे।
भुडेर पाल के किसान बैठे भूख हड़ताल पर
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